Last Updated: Wednesday, October 16, 2013, 22:00
तेहरान : जेनेवा में दुनिया के शक्तिशाली देशों के साथ होने जा रही परमाणु वार्ता के लिए ईरान ने अपने प्रस्ताव में परमाणु केंद्रों की अघोषित जांच को भी शामिल किया है। बुधवार को ईरान के परमाणु वार्ताकार अब्बास अरकची के हवाले से देश के अर्ध सरकारी समाचार एजेंसी ने यह जानकारी दी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने अर्धसरकारी समाचार एजेंसी इसना के हवाले से कहा है कि परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) के लिए अतिरिक्त प्रोटोकाल संयुक्त राष्ट्र के परमाणु निगरानीकर्ता, अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी को ईरान के परमाणु केंद्रों की स्वैच्छिक और अचनाक जांच की अनुमति देता है।
जेनेवा में दुनिया के ताकतवर देशों के साथ जारी परमाणु वार्ता में ईरान के अग्रणी परमाणु वार्ताकार अरकची ने कहा कि ईरान का यूरेनियम संवर्धन और `अतिरिक्त प्रोटोकाल` लागू करना ईरान के अंतिम स्तर के प्रस्ताव का हिस्सा है। इससे पहले ईरान ने घोषणा की कि वह जेनेवा परमाणु वार्ता में तीन स्तरीय प्रस्ताव पेश करेगा।
यदि प्रथम स्तर पर सहमति बन जाती है तो यह प्रस्ताव पैकेज दूसरे पक्ष को, ईरान की जमीन पर यूरेनियम संवर्धन के अधिकार को मान्यता देने का वादा स्वत: कर देगा। बातचीत का लक्ष्य यही है। अरकची ने कहा कि मंगलवार को हुई बातचीत सकारात्मक रही और दोनों पक्षों ने `गंभीरता` दिखाई और विवादित चर्चाओं से बचने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि हमने दूसरे पक्ष की तरफ से सकारात्मक सुर तो पाया, लेकिन उनके रुख में अभी तक कोई बदलाव नहीं आया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि रुख में बदलाव लाए बगैर वार्ता को आगे बढ़ाना कठिन होगा।
यूरोपीय यूनियन के विदेशी मामलों एवं सुरक्षा नीति पर प्रतिनिधि कैथरीन एश्टन ने मंगलवार को कहा कि ईरान परमाणु वार्ता पर ईरान और पी5 प्लस 1 के प्रतिनिधियों - ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस और अमेरिका के अलावा जर्मनी के बीच विस्तृत तकनीकी बातचीत हुई है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 16, 2013, 22:00