लापता विमान की खोज में लग सकते हैं 2 महीने

लापता विमान की खोज में लग सकते हैं 2 महीने

लापता विमान की खोज में लग सकते हैं 2 महीने पर्थ : हिंद महासागर में लापता मलेशियाई विमान के मलबे का पता लगाने के लिए उतरी रोबोटिक पनडुब्बी ‘किसी उद्देश्यपूर्ण वस्तु’ को ढूंढ़ने में विफल रही और उसने पानी में मान्य संचालन गहराई तक पहुंचने के बाद अपना पहला तलाश अभियान रोक दिया। अमेरिकी नौसेना ने चेतावनी दी कि विमान की खोज दो महीने तक चलेगी।

मलेशियाई एयरलाइंस की उड़ान एम एच 370 के मलबे का पता लगाने के लिए कल शाम हिंद महासागर में अमेरिकी नौसेना की साइड स्कैन सोनार युक्त मानवरहित पनडुब्बी ‘ब्लूफिन 21’ आस्ट्रेलियाई नौसैन्य पोत ‘ओसियन शील्ड’ से उतारी गई थी।

तड़के ही मिशन रोक दिया गया और संभावित समय सीमा से पहले ही पनडुब्बी सतह पर आ गई क्योंकि पानी उसकी परिचालन सीमा से अधिक गहरा था। पनडुब्बी की परिचालन सीमा 4.5 किलोमीटर है।

खोज अभियान के नेतृत्वकर्ता ज्वाइंट एजेंसी कोआर्डिनेशन सेंटर (जेएसीसी) ने विमान की तलाश के 39वें दिन कहा, ‘‘ब्लूफिन-21 अपने अभियान के करीब छह घंटे पूरा करने के बाद 4500 मीटर की अपनी परिचालन गहराई सीमा पार कर गई और सुरक्षा की दृष्टि से इसमें की गई तैयारियों की वजह से यह सतह पर लौट आई।’

अमेरिकी नौसेना ने कहा कि खोज अधिकारियों ने ब्लूफिन-21 को मिले आकंड़ों का विश्लेषण किया और उन्हें इस सिलसिले में कोई भी सोद्देश्य चीज नहीं मिली। अमेरिका ने एक बयान जारी कर कहा कि सोनार खोज की सीमा यथासंभव बढ़ाने के लिए खोज प्रोफाइल में जरूरी फेरबदल किया जा रहा है।

बयान में कहा गया है कि ब्लूफिन-21 छह घंटे बाद ज्यादा गहराई के कारण अपना खोज अभियान पूरा करने में असमर्थ रही। मौसम सुधरने पर ब्लूफिन-21 दूरस्थ हिंद महासागर के समुद्र तल में अपना दूसरा खोज अभियान शुरू करने वाली है। अमेरिकी सेवेंथ फ्लीट के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जे जी डेनियल एस मार्सिनियक ने एक बयान में कहा, ‘‘ऐसा अनुमान है कि पनडुब्बी को पूरे खोज क्षेत्र को खंगालने में छह सप्ताह से दो महीने का समय लेगा।’’

मलेशिया के कार्यवाहक परिवहन मंत्री हिशामुद्दीन हुसैन ने संवाददाताओं को बताया कि यह महत्वपूर्ण नहीं है कि ब्लैक बॉक्स किसे मिलता है, अधिक महत्वपूर्ण सत्य का पता लगाना है। ब्लैक बॉक्स का मिलना यह जानने के लिए महत्वपूर्ण है कि कुआलालंपुर से बीजिंग जा रहे विमान के साथ आठ मार्च को क्या हुआ था। विमान में पांच भारतीय नागरिकों सहित 239 लोग सवार थे। इस बीच आस्ट्रेलिया के मुख्य खोज समन्वयक एंगुस ह्यूस्टन ने कहा कि पानी के नीचे जहां आखिरी बार संकेत मिले थे, उस इलाके से करीब 5500 मीटर में तेल की परत की जांच की जा रही है। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, April 15, 2014, 20:24

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