Last Updated: Thursday, November 21, 2013, 12:28
पेशावर/इस्लामाबाद : पश्चिमोत्तर पाकिस्तान में आज हिंदू बहुल जिले के ताल इलाके में एक मदरसे को निशाना बना कर किए गए एक अमेरिकी ड्रोन हमले में कम से कम 8 लोग मारे गए और 5 अन्य घायल हो गए। देश के कबायली इलाकों के बाहर हुआ यह एक दुर्लभ हमला था।
खबर पख्तूनख्वा प्रांत से लगे इलाकों के समीप स्थित ताल के डिग्री कालेज के समीप स्थित मदरसे को निशाना बना कर सुबह करीब 5 बजे ड्रोन ने तीन मिसाइलें दागीं। इस हमले से एक दिन पहले ही विदेश मामलों एवं राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज ने सीनेट की एक इकाई के समक्ष कहा था कि अमेरिका ने पाकिस्तान को तालिबान के साथ सरकार की बातचीत के बीच ड्रोन हमले न करने का आश्वासन दिया है।
एक नवंबर को हुए ड्रोन हमले में तहरीक ए तालिबान के प्रमुख हकीमुल्ला मेहसूद के मारे जाने के बाद आज हुआ यह हमला ऐसा पहला हमला था। हमले में मदरसे के छात्र भी घायल हुए हैं। मृतकों की अभी पहचान नहीं की जा सकी है।
मीडिया की खबरों में कहा गया है कि समझा जाता है कि मदरसे के मौलवी तालिबान के हक्कानी नेटवर्क से जुड़े हैं। इस हमले से इस्लामाबाद और वॉशिंगटन के बीच तनाव बढ़ सकता है। पहले भी पाकिस्तान के राजनीतिज्ञ और मीडिया तालिबान के साथ शांति वार्ता को कथित तौर पर बाधित करने के लिए अमेरिका की आलोचना कर चुके हैं।
सरकारी रेडियो पाकिस्तान के अनुसार, अजीज ने कल सीनेट की विदेश मामलों की समिति के समक्ष कहा कि अमेरिका ने सूचना दी है कि हकीमुल्ला मेहसूद के खिलाफ ड्रोन हमले ने तालिबान के साथ बातचीत को बाधित किया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने आश्वासन दिया है कि बातचीत से जुड़े उग्रवादियों को निशाना नहीं बनाया जाएगा।
बहरहाल, अजीज ने यह नहीं बताया कि यह कैसे पता चलेगा कि तालिबान बातचीत कर रहा है और बातचीत की स्थिति के बारे में अमेरिका को किस प्रकार नवीनतम जानकारी दी जाएगी। (एजेंसी)
First Published: Thursday, November 21, 2013, 10:59