Last Updated: Tuesday, March 25, 2014, 20:52

बीजिंग : मलेशियन एयरलाइन के दुर्घटनाग्रस्त विमान में सवार चीन के यात्रियों के नाराज परिजन मंगलवार को बीजिंग में मलेशियाई दूतावास के बाहर पुलिस से भिड़ गए। इन परिजनों ने सरकार पर ‘धोखा’ देने का आरोप लगाया।
उधर, नया डेटा मिलने के बाद दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे के खोज अभियान का पूरा ध्यान हिंद महासागर के दक्षिण क्षेत्र में लग गया है। हादसे पर मलेशिया की प्रतिक्रिया से परोक्ष रूप से असंतुष्ट चीन सरकार ने मांग की कि मलेशिया वह उपग्रह डेटा उपलब्ध कराए जिसके आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया कि 154 चीनी नागरिक सहित 239 लोगों के साथ जा रहा विमान दक्षिण हिंद महासागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
फिलहाल यूरोप का दौरा कर रहे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि लापता विमान से संबंधित मामले को लेकर एक विशेष दूत को कुआलालंपुर भेजा जा रहा है।
कुआलालंपुर में मलेशियाई रक्षा मंत्री हिशामुददीन हुसैन ने कहा कि उपग्रह डेटा के ताजा विश्लेषण की जांच की जा रही है। संचार के अन्य साधन बंद होने के बाद, विमान ने इनमारसैट उपग्रह को हर घंटे ‘पिंग’ या ‘हैंडशेक’ नाम का आटोमैटिक सिग्नल भेजे। उधर बीजिंग में, शोकाकुल परिजन और मित्र जांच से निबटने के मलेशिया के तरीके के विरोध में दूतावास पहुंचे।
चश्मदीदों ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने दूतावास की ओर पानी की बोतलें फेंकी और इमारत में घुसने का प्रयास किया। तख्तियां लेकर आए प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की कि ‘मलेशियाई सरकार ने हमें धोखा दिया’ और ‘मलेशिया, हमारे रिश्तेदार वापस दो’।
मलेशियाई प्रधानमंत्री नजीब रजाक ने कल घोषणा की थी कि बोइंग 700 200 दक्षिण हिंद महासागर में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। हिशामुददीन ने कहा कि सभी खोज प्रयासों का ध्यान :हिंद महासागर के: दक्षिणी क्षेत्र पर लगा हुआ है और उत्तरी कारिडोर में अभियान रदद कर दिया गया है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 25, 2014, 15:23