Last Updated: Friday, October 18, 2013, 15:26
वाशिंगटन : अमेरिका के एक जाने माने विद्वान का कहना है कि उभरते चीन के प्रभावों से निपटने के मद्देनज़र अमेरिका, भारत के साथ अच्छे संबंधों को आवश्यक मानता है।
अपनी नई पुस्तक ‘नो एक्जिट फ्रॉम पाकिस्तान’ में डेनियल मार्की ने कहा, ‘भारत को विकास और शक्ति हासिल करने के अपने लक्ष्यों को पाते देखना संभवत: अमेरिका के हित में है। कुल मिलाकर यदि नयी दिल्ली, वाशिंगटन के साथ कभी औपचारिक गठबंधन नहीं चाहता है या नहीं स्वीकार करता है तो भी यह बात सत्य होगी।’
मार्की ने कहा कि बुश और ओबामा दोनों प्रशासनों ने भारत के साथ अच्छे संबंधों को उभरते चीन के प्रभावों के प्रबंधन के लिए आवश्यक मानने का सही रख अपनाया। उन्होंने कहा कि अपनी बढ़ती शक्ति और अमेरिकी व्यवसायियों एवं नीति निर्माताओं का ध्यान अपनी ओर खींचने के अलावा भारत, चीनी शासन मॉडल के मुकाबले बहुलवादी और लोकतांत्रिक विकल्प मुहैया कराता है।
उन्होंने कहा कि भारत की जनसंख्या युवा है और तेजी से बढ़ रही है, इसलिए जिन इलाकों में आकार महत्व रखता है वहां के लिए भारत बहुत महत्वपूर्ण है। भारत द्वारा जनसंख्या के मामले में 2025 तक चीन को पीछे छोड़ देने की संभावना है। (एजेंसी)
First Published: Friday, October 18, 2013, 15:26