अफगानिस्तान को 30 करोड़ डॉलर की नई मदद देगा अमेरिका

अफगानिस्तान को 30 करोड़ डॉलर की नई मदद देगा अमेरिका

काबुल : युद्ध के कारण आर्थिक रूप से परेशान अफगानिस्तान की मदद के लिए अमेरिका आज 30 करोड़ डॉलर की नई मदद की शुरूआत करेगा। युद्धप्रभावित अफगानिस्तान आर्थिक रूप से बेहद प्रभावित हुआ है और वैश्विक सेनाएं यहां से निकल रही हैं। कार्यक्रमों को अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी (यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डवलपमेंट) द्वारा विस्तार दिया जा रहा है। 7.7 करोड़ डॉलर के पहले भाग का उद्देश्य इस साल के अंत में अफगानिस्तान की पहुंच को विश्व व्यापार संगठन तक बनाने का समर्थन करने के लिए व्यापारिक अैर राजकोषीय निरंतरता बनाना है।

नाम न बताने की शर्त पर विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने एएफपी को बताया, कुछ लेखों की समीक्षा से पता चलता है कि यदि अफगानिस्तान जैसे देश विश्व व्यापार संगठन में शामिल होने के लिए जरूरी नियामक सुधार अपनाते हैं तो उन्हें पहले पांच सालों के भीतर ही सकल घरेलू उत्पाद में 20 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिलेगा। यह कार्यक्रम मध्य एशियाई गणतंत्रों और भारत के साथ व्यापारिक संधियों में मदद करेगा। इससे सरकार वैल्यू एडेड टैक्स जैसी चीजें लागू करके अपने राजस्व को बढ़ा सकती है।

सहायता के तहत 9.2 करोड़ डॉलर के दूसरे पंचवर्षीय कार्यक्रम के जरिए ज्यादा कुशल श्रमशक्ति बनाने में मदद मिलेगी। इसके लिए अमेरिकी विश्वविद्यालयों को 10 अफगानी विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी करवाई जाएगी। यह कार्यक्रम 1 जनवरी से लागू होगा। कुल 12 करोड़ डॉलर के तीसरे कार्यक्रम के तहत अफगानिस्तान के कृषि क्षेत्र में सहयोग दिया जाएगा। यहां मुख्यत: गेहूं और पशुधन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, रोजगार के अवसर और खाद्य सुरक्षा की स्थितियों में सुधार लाया जाएगा।

अधिकारी ने कहा , इसके अलावा इस कार्यक्रम के जरिए बेहतर तकनीक और विपणन का लाभ लगभग 4 लाख किसानों को पहुंचेगा और गेहूं आदि फसलों के उत्पादन में 20 फीसदी का इजाफा होगा। इस साल के आखिर तक अमेरिका नीत नाटो बलों के 50,000 से अधिक लड़ाकू सैनिक अफगानिस्तान से जाने वाले हैं। वाशिंगटन का प्रस्ताव है कि वह वर्ष 2015 से अफगान सुरक्षा बलों को तालिबान के उग्रवादियों के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रशिक्षण देने और उनकी सहयता करने के लिए करीब 10,000 अमेरिकी सैनिक यहां रखेगा। (एजेंसी)

First Published: Monday, February 10, 2014, 10:26

comments powered by Disqus