Last Updated: Wednesday, December 11, 2013, 00:58

जोहानिसबर्ग : राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने मंगलवार को रंगभेद विरोधी आंदोलन के नायक नेल्सन मंडेला को सम्मानित नेता और एक महान आत्मा करार देते हुए कहा कि भारत को इसमें कोई संदेह नहीं है कि दुनिया क्षमा और सुलह का सच्चा अर्थ बताने वाले मंडेला की विरासत का सम्मान करेगी।
मंडेला की शोक सभा में भारत सरकार और जनता का प्रतिनिधित्व करते हुए मुखर्जी ने कहा कि हम दुख की इस घड़ी में आपके साथ खड़े हैं और इस क्षति को साझा करते हैं। मुखर्जी ने कहा कि मंडेला का निधन भारत के लिए एक सम्मानित नेता और महान आत्मा का जाना है।
उन्होंने कहा कि हम उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हैं। मादीबा ने त्याग और अभाव की जिंदगी को जिया क्योंकि वह अपने लोगों के लिए असंभव लगने वाले लक्ष्य को हासिल करने के लिए बढ़े। यह दुनिया उनकी विरासत के लिए अब अधिक समृद्ध है। मुखर्जी ने कहा कि भारत में हम उनके और उनके आदर्शों के मुरीद हैं। हम अपने लोगों के प्रति उनकी मित्रता तथा प्रेम को हमेशा संजोकर रखेंगे। राष्ट्रपति ने मंडेला को एक दूरदर्शी तथा असाधारण व्यक्तित्व करार दिया जिसने संपूर्ण मानवता को प्रेरित किया। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 11, 2013, 00:58