Last Updated: Tuesday, August 16, 2011, 08:00
पटियाला : अगले महीने पहले क्वालीफायर के साथ लंदन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की कवायद में जुटे भारत के स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह नयी अंतरराष्ट्रीय स्कोरिंग प्रणाली को लेकर ‘भ्रमित’ हैं.
वर्ष 2008 बीजिंग ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक के साथ ओलंपिक में पदक जीतने वाला पहला मुक्केबाज बने विजेंदर अगले महीने अजरबेजान में होने वाली विश्व चैम्पियनशिप की तैयारी में जुटे हैं जो अगले साल होने वाले लंदन ओलंपिक का पहला क्वालीफायर होगा. वह पिछली विश्व चैम्पियनशिप में भी कांस्य पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज बने थे.
आगामी टूर्नामेंट के आंकलन और इसकी रणनीति तैयार करने के अलावा विजेंदर नयी स्कोरिंग प्रणाली से भी सामंजस्य बैठाने में जुटे हैं जिसके तहत मुक्केबाज को प्रत्येक राउंड के बाद अंक दिखाये जाते हैं जबकि पहले अंक राउंड के बीच में भी लगातार अपडेट होते थे. हरियाणा के इस मुक्केबाज ने कहा, ‘मुझे यह नयी स्कोरिंग प्रणाली समझ में नहीं आती. मुझे पहले वाली पसंद थी. यह प्रणाली भ्रमित कर देती है क्योंकि मुक्केबाज सोच सकता है कि वह आगे चल रहा है लेकिन बाद में उसे पता चलता है कि वह पिछड़ रहा है. आपको अपनी स्थिति के बारे में पता नहीं चलता और आपकी रणनीति प्रभावित होती है.’
First Published: Tuesday, August 16, 2011, 13:31