1,400 करोड़ की अघोषित आय का पता लगाया

1,400 करोड़ की अघोषित आय का पता लगाया

नई दिल्ली : काले धन के खिलाफ अपने अभियान को आगे बढ़ाते हुए वित्त मंत्रालय ने चालू साल के पहले तीन महीनों में 1,400 करोड़ रुपए से अधिक की अघोषित आय और संपत्ति का पता लगाया है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि वित्तीय खुफिया इकाई (एफआईयू) द्वारा केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) को 32,000 संदिग्ध बैंकिंग लेनदेन के बारे में सतर्क किए जाने के बाद यह अघोषित आय पकड़ी गई है। एफआईयू को संदिग्ध से जुड़ी सूचनाएं जुटाना और उनका विश्लेषण करना होता है।

सूत्रों ने बताया कि कर अधिकारियों द्वारा इन संदिग्ध लेनदेन रिपोर्टें (एसटीआर) की जांच के बाद 1,408 करोड़ रुपए की अघोषित आय और संपत्ति का पता लगा है। एसटीआर 10 लाख रुपए या अधिक मूल्य के सौदे के बारे में होती है।

सूत्रों ने बताया कि इस साल जनवरी से मार्च के दौरान एफआईयू ने सीबीडीटी को 32,098 एसटीआर भेजीं। आयकर विभाग ने देशभर में करीब 21 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त भी की है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड इनमें से कुछ संदिग्ध लेनदेन पर अपनी जांच पूरी करने वाला है।

सूत्रों ने कहा कि सीबीडीटी अपनी जांच को पूरा करने के लिए संबंधित एजेंसियों और राज्य सरकारों के संपर्क में है। एफआईयू द्वारा भेजे गए ये एसटीआर बैंकिंग लेनदेन मसलन बैंक में नकदी जमा कराने, चेक समाशोधन और लोगों के बीच अंतर बैंकिंग लेनदेन से संबंधित हैं।

एफआईयू ने 2011-12 में कुल 13,871 एसटीआर जुटाई थीं। इनमें से सबसे ज्यादा 10,956 सीबीडीटी, 1,615 प्रवर्तन निदेशालय, 1,130 केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीईसी), राजस्व खुफिया महानिदेशालय (डीआरआई) और केंद्रीय उत्पाद खुफिया महानिदेशालय को भेजी गई’। इसके अलावा 117 एसटीआर भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी), 51 भारत रिजर्व बैंक और दो बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) को भेजी गई’।

सरकार देश में काले धन के प्रवाह पर अंकुश के लिए कई कदम उठा रही है। इससे पहले इसी साल सरकार ने कालेधन पर विभिन्न जानकारियों के बेहतर संयोजन के लिए ऑनलाइन डाटा बैंक वचरुअल आफिस शुरू किया था। (एजेंसी)

First Published: Sunday, May 5, 2013, 15:07

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