Last Updated: Wednesday, February 20, 2013, 16:44

लखनऊ : योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने आज कहा कि 12वीं पंचवर्षीय योजना में परिस्थितियों के अनुरुप समावेशी विकास को ध्यान में रखते हुए अलग- अलग लक्ष्य निर्धारित किये गए हैं।
अहलूवालिया ने यहां लखनऊ विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा, ‘आर्थिक विकास के बारे में अखबारों में जाहिर वक्तव्य पढ़कर मैंने एक चीज पर गौर किया है कि केवल आर्थिक विकास के बारे में ही सोचना बहुत छोटा सा लक्ष्य है।’ उन्होंने कहा, ‘12वीं पंचवर्षीय योजना में हमने अलग-अलग लक्ष्य तय किये हैं। आर्थिक विकास तो होगा ही, हमारा एकमात्र यही लक्ष्य नहीं है। समावेशी विकास करना हमारा लक्ष्य है।’
अहलूवालिया ने कहा कि आर्थिक विकास के बारे में किसी संख्या के प्रति आसक्ति के बजाय समावेशी विकास पर लगातार जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य ऐसी विकास दर हासिल करना है जो समावेशी हो, क्षेत्रीय संतुलन वाली हो और जो हर राज्य को अतीत के मुकाबले भविष्य में बेहतर काम करने में सक्षम बनाए। योजना आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा कि योजना का इन कसौटियों पर खरा उतरना जरूरी है। 12वीं पंचवर्षीय योजना बदलाव के बहुत बड़े एजेंडा के साथ शुरू होगी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 20, 2013, 16:44