Last Updated: Thursday, November 24, 2011, 11:11
मुंबई: बंबई शेयर बाजार में सेंसेक्स गुरुवार को 158 अंक की बढ़त के साथ दो साल के निचले स्तर से उबर गया। मासिक डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान के बीच ताजा लिवाली, खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट और यूरोपीय बाजारों के मजबूत रुख से बाजार में तेजी आई।
सेंसेक्स बुधवार को 365 अंक की गिरावट के साथ दो साल के निचले स्तर पर आ गया था। गुरुवार को यह 158.52 अंक या 1.01 प्रतिशत की बढ़त के साथ 15,858.49 अंक पर पहुंच गया।
इसी के अनुरूप नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 50 अंक की बढ़त के साथ 4,756.45 अंक पर पहुंच गया। एक समय यह दिन के निचले स्तर 4,639.10 अंक पर आ गया था।
ब्रोकरों ने कहा कि डेरिवेटिव अनुबंध के निपटान और निचले स्तर पर खरीदारी से बाजार की धारणा सकारात्मक हुई। इसके अलावा यूरो क्षेत्र का ऋण संकट घटने की उम्मीद में यूरोपीय बाजार मजबूती के रुख के साथ खुले, इससे भी बाजार को बल मिला। खाद्य मुद्रास्फीति 12 नवंबर को समाप्त सप्ताह में घटकर 9.01 प्रतिशत पर आ गई है।
पिछले सप्ताह यह 10.63 फीसद के स्तर पर थी। ब्रोकरों ने कहा कि खाद्य मुद्रास्फीति में भारी गिरावट से भी निवेशकों की धारणा पर प्रतिकूल असर पड़ा।
इसके अलावा डालर की तुलना में रुपये में सुधार का भी बाजार पर सकारात्मक असर देखने को मिला। पिछले नौ दिन में रुपये में पहली बार तेजी दर्ज हुई है।
वाहन, पूंजीगत सामान, स्वास्थ्य सेवा और रीयल्टी कंपनियों के शेयर मांग में रहे। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से 25 के शेयर लाभ के साथ बंद हुए, जबकि पांच में नुकसान रहा।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, November 24, 2011, 17:07