Last Updated: Thursday, March 14, 2013, 21:41
मुंबई : वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पूअर्स ने देश की आर्थिक वृद्धि दर 2013-14 में 6.4 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। अबतक जो भी विश्लेषकों का अनुमान आया है कि उसमें स्टैंडर्ड एंड पूअर्स का अनुमान ज्यादा उम्मीद भरा है। एजेंसी ने यह भी कहा है कि अगर सरकार नीतिगत पहल पर लगातार ध्यान देती रही तो वह सरकार की साख बढ़ा सकती है।
एस एंड पी ने रिपोर्ट में कहा, ‘अगर सरकार संरचानात्मक राजकोषीय घाटा कम करने, निवेश माहौल में सुधार तथा वृद्धि संभावना बढ़ाने के लिये पहल करती है तो हम परिदृश्य को संशोधित कर स्थिर कर सकते हैं।’ एजेंसी ने पिछले वर्ष भारत की साख परिदृश्य को नकारात्मक (बीबीबी- यह कबाड़ रेटिंग के करीब है) कर दी थी।
सरकारी साख को कम कर कबाड़ की श्रेणी में करने की चेतावनी दे चुकी एजेंसी ने राजकोषीय घाटा कम करने के लिए स्पष्ट रूप से ईंधन, उर्वरक तथा कृषि सब्सिडी के कुशल उपयोग तथा वस्तु एवं सेवा कर के शीघ्र कियान्वयन का सुझाव दिया है।
एस एंड पी ने कहा कि 2013 की दूसरी छमाही में पांच राज्यों में चुनाव होने हैं तथा उसके बाद अगले वर्ष आम चुनाव होने हैं। साथ ही वैश्विक तथा घरेलू स्तर पर आर्थिक माहौल खराब है। इससे राजकोषीय घाटा वित्त वर्ष 2013-14 में लक्षित स्तर पर रखने में कठिनाई होगी। (एजेंसी)
First Published: Thursday, March 14, 2013, 21:41