2017 तक भारत के पास होगा विश्व का सबसे बड़ा पारेषण ग्रिड

2017 तक भारत के पास होगा विश्व का सबसे बड़ा पारेषण ग्रिड

नई दिल्ली : बिजली मंत्रालय ने 2017 अपने पारेषण नेटवर्क का दायरा बढ़ाकर 1,40,000 सर्किट किलोमीटर करने का लक्ष्य रखा है जिससे यह विश्व का सबसे बड़ा पारेषण ग्रिड नेटवर्क बन जाएगा।

बिजली मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, हमने 12वीं योजनावधि (2012-17) में पारेषण क्षेत्र की बड़ी परियोजना का महत्वकांक्षी लक्ष्य तय किया है। हम मौजूदा एक लाख सर्किट किलोमीटर की क्षमता को बढ़ाकर 1,40,000 सर्किट किलोमीटर करना चाहते हैं। सिंधिया ने कहा कि 12वीं योजना के अंत तक हमारे पास विश्व का सबसे बड़ा पारेषण ग्रिड नेटवर्क होगा। मंत्री ने यह भी कहा कि देश में अगले साल जनवरी तक एकल पारेषण ग्रिड भी तैयार हो जाएगा।

उन्होंने कहा, हम जनवरी 2014 तक दक्षिणी ग्रिड को राष्ट्रीय ग्रिड से जोड़ेंगे और इसकी निगरानी मैं व्यक्तिगत तौर पर कर रहा हूं। हर दो सप्ताह में मैं इस संबंध में हुई प्रगति की निगरानी के लिए पावर ग्रिड के अधिकारियों से मुलाकात करता हूं। फिलहाल दक्षिणी ग्रिड राष्ट्रीय ग्रिड से नहीं जुड़ा है। इसे बाकी ग्रिड के साथ जोड़ने से दक्षिणी राज्यों में हो रही बिजली की किल्लत दूर होगी। इसे बिजली क्षेत्र के लिए उपलब्धि करार देते हुए सिंधिया ने कहा कि यदि हम वितरण क्षेत्र में सुधार ला सकें तो इससे बिजली क्षेत्र की एक बड़ी दिक्कत दूर हो जाएगी। (एजेंसी)

First Published: Sunday, June 23, 2013, 19:32

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