Last Updated: Tuesday, September 18, 2012, 10:02

नई दिल्ली : नाराजगी के चलते लगभग महीने भर से टू जी घोटाले की जांच कर रही संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की बैठकों में नहीं भाग ले रहे भाजपा सदस्य मंगलवार को होने वाली बैठक में शामिल होंगे। इसमें भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डी सुब्बाराव पूर्व वित्त सचिव के रूप में अपनी भूमिका के लिए बतौर गवाह पेश होंगे।
भाजपा सदस्यों ने कहा कि वे गवाहों की सूची को अंतिम रूप देने और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, वित्त मंत्री पी चिदंबरम एवं पूर्व दूरसंचार मंत्रियों ए. राजा और दयानिधि मारन को जेपीसी के समक्ष बुलाने का दबाव फिर से बनाएंगे। कांग्रेस सदस्यों पर गलत भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाते हुए गत 22 अगस्त को जेपीसी में भाजपा के छह में से पांच सदस्य बैठक से बाहर चले गए थे। उसके बाद भाजपा और कांग्रेस के सदस्यों के बीच प्रधानमंत्री एवं चिदंबरम को बतौर गवाह बुलाने को लेकर वाकयुद्ध छिड़ा।
उसके बाद से ही जेपीसी की बैठक नहीं हुई हालांकि इसके प्रमुख पी सी चाको ने तय किया था कि वह महत्वपूर्ण गवाहों को बुलाना जारी रखेंगे भले ही भाजपा बैठक में शामिल न हो। सुब्बाराव का जेपीसी के सामने पेश होना काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि अप्रैल 2007 से सितंबर 2008 तक वित्त सचिव रहे सुब्बाराव ने प्रवेश शुल्क के मुद्दे पर दूरसंचार विभाग से सवाल किया था। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, September 18, 2012, 10:02