Last Updated: Monday, April 23, 2012, 15:49
नई दिल्ली : दूरसंचार नियामक ट्राई ने अखिल भारतीय स्तर पर 2जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए आधार मूल्य या न्यूनतम मूल्य 3,622.18 करोड़ रुपये सोमवार को तय किया। सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2जी के 122 लाइसेंस रद्द किए जाने के बाद खाली होने वाले स्पेक्ट्रम के लिए यह आधार मूल्य रखा गया है। पूर्व दूरसंचार मंत्री ए. राजा द्वारा 2008 में यूनिटेक वायरलेस और स्वान को जिस दर पर दूरसंचार लाइसेंस आबंटित किए गए थे, उसके मुकाबले आज तय किया गया आधार मूल्य करीब 10 गुना अधिक है।
ट्राई ने 800 मेगाहट्र्ज (सीडीएमए सेवाओं के लिए इस्तेमाल में आने वाले) और 900 मेगाहट्र्ज बैंड (जीएसएम सेवाओं के लिए इस्तेमाल में आने वाले) के लिए जो आरक्षण मूल्य की सिफारिश की है वह 1800 मेगाहट्र्ज बैंड के लिए न्यूनतम मूल्य की तुलना में कम से कम दो गुना अधिक है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने यह सिफारिश भी की है कि नीलामी से उन कंपनियों को बाहर रखा जाए जिनके पास निर्धारित सीमा से अधिक स्पेक्ट्रम है।
ट्राई ने स्पेक्ट्रम की नीलामी पर अपनी सिफारिशों में कहा कि प्रत्येक नीलामी उन सभी के लिए खुली होगी जिनके पास सीएमटीएस लाइसेंस, यूएएस लाइसेंस, यूनिफाइड लाइसेंस है या यूनिफाइड लाइसेंस के पात्र हैं। नीलामी उन लोगों के लिए खुली नहीं होगी जिनके पास निर्धारित सीमा से अधिक स्पेक्ट्रम है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 24, 2012, 12:34