Last Updated: Monday, November 12, 2012, 19:09

नई दिल्ली : 2जी मोबाइल दूरसंचार स्पेक्ट्रम की नीलामी सोमवार से शुरू हुई। नीलामी के शुरुआती दौर में उत्साह की कमी दिखी और दिल्ली व मुंबई जैसे सर्कल के लिए किसी ने भी बोली नहीं लगाई।
अखिल भारतीय स्तर पर परिचालन के लिए भी शुरू में कोई आवेदन नहीं आया। अखिल भारतीय स्पेक्ट्रम के लिए न्यूनतम मूल्य 14,000 करोड़ रुपये रखा गया है। कंपनियों का कहना है कि बोली के लिए यह आधारमूल्य काफी ऊंचा है।
सरकार ने नीलामी के जरिये 40,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। सूत्रों ने बताया कि पहले दौर की बोली में दिल्ली, मुंबई, राजस्थान और कोलकाता सर्कल के लिए कोई बोली नहीं मिली थी। अपराह्न में दूसरे दौर के आखिर में उत्तर प्रदेश (पूर्व) सर्कल में निवेशकों की कुछ रुचि जरूर दिखी।
देश को कुल 22 दूरसंचार सर्कलों में बांटा गया है। जिन सर्कलों में स्पेक्ट्रम बचे होंगे वहां कंपनियां बाद में बोली लगा सकेंगी।
सूत्रों ने बताया कि नीलामी में अब तक बेहद कम रुचि दिखी है क्योंकि न्यूनतम कीमत 2008 के मुकाबले बहुत अधिक है। पांच मेगाहर्ट्ज जीएसएम रेडियोवेव या सभी 22 क्षेत्रों के स्पेक्ट्रम के लिए तय 14,000 करोड़ रुपये का न्यूनतम मूल्य 2008 के मुकाबले सात गुना अधिक है।
देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल के अध्यक्ष सुनील भारती मित्तल ने पिछले सप्ताह कहा था कि इस बार बोली के लिए न्यूनतम मूलय अधिक होने के कारण नीलामी प्रक्रिया एक दिन में ही खत्म हो जाने की संभावना है। भारती एयरटेल, वोडाफोन, आइडिया सेल्यूलर, टेलीनॉर और वीडियोकॉन जीएसएम सेवा स्पेक्ट्रम के लिए बोली लगा रहे हैं, लेकिन टाटा टेलीसर्विसेज और वीडियोकॉन के हाथ खींचने के बाद सीडीएमए स्पेक्ट्रम के लिए किसी कंपनी ने बोली नहीं लगा रही है। नीलामी प्रक्रिया शाम 07:30 मिनट तक जारी रहेगी। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 12, 2012, 08:53