Last Updated: Sunday, January 6, 2013, 15:12

नई दिल्ली : योजना आयोग के एक अध्ययन में कहा गया है कि 12वीं पंचवर्षीय योजना में 8.2 फीसद की वृद्धि दर हासिल करना आसान नहीं होगा। अध्ययन में कहा गया है कि वृद्धि को बढ़ाने के लिए आर्थिक मसलों पर नया नजरिया अपनाने की जरूरत होगी।
राष्ट्रीय विकास परिषद (एनडीसी) ने पहले ही 12वीं योजना में वृद्धि का लक्ष्य 8.2 से घटाकर 8 प्रतिशत कर दिया है। 11वीं पंचवर्षीय योजना (2007-12) के दौरान औसत वृद्धि दर 7.9 प्रतिशत रही थी।
योजना आयोग के अर्थशास्त्री प्रांजल भंडारी द्वारा किए गए अध्ययन में कहा गया है,‘अगले पांच साल में 8.2 फीसद की वृद्धि दर हासिल कर पाना आसान नहीं होगा। नीतिगत विकल्प जहां हम वृद्धि के एक तत्व को बढ़ाते हैं, काफी नहीं होगा। क्योंकि ऐसे समय में इसकी मात्रा में कहीं अधिक बढ़ोतरी की जरूरत है।’
निर्णय लेने वाले देश के शीर्ष निकाय राष्ट्रीय विकास परिषद ने गत 27 दिसंबर को 12वीं योजना में 8 फीसद की औसत वृद्धि दर के लक्ष्य को मंजूरी दी है।
अध्ययन में कहा गया है कि सिर्फ संतुलित वृद्धि का रास्ता ही टिकाउ होगा। अगले पांच साल में वृद्धि दर के लक्ष्य को हासिल करने के लिए नई सोच, नए प्रयास तथा नई नीतियों को लागू करने की जरूरत है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 6, 2013, 15:12