‘8% आर्थिक वृद्धि दर के लिए उठाने होंगे कड़े कदम’

‘8% आर्थिक वृद्धि दर के लिए उठाने होंगे कड़े कदम’

नई दिल्ली : मोर्गन स्टेनले ने कहा है कि भारत को 7 से 8 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि दर हासिल करने के लिये अगले कुछ साल कड़े कदम उठाने होंगे। यहां उद्योग मंडल एसोचैम के एक कार्यक्रम में मोर्गन स्टेनले के प्रबंध निदेशक तथा उभरते बाजारों के प्रमुख रूचिर शर्मा ने कहा, ‘‘देश की आर्थिक वृद्धि स्थिर रही है और आगे भी ऐसी ही रहेगी लेकिन 7 से 8 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि दर के लिये हमें अगले कुछ साल कड़े कदम उठाने होंगे’’ सरकार द्वारा हाल में उठाये गये कदमों का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि इससे आर्थिक वृद्धि में तेजी आएगी उन्होंने कहा, ‘‘वैश्विक अर्थव्यवस्था में बड़ी मात्रा में नकदी है और विदेशी संस्थागत निवेशक :एफआईआई: पूंजी प्रवाह के जरिये चालू खाते के घाटे को नियंत्रित रखने में मददगार हो सकते हैं लेकिन वैश्विक आर्थिक हालात में कोई घटनाक्रम की समस्या पूंजी प्रवाह को प्रभावित कर सकती है।’’ शर्मा ने भारत के मामले में नकारात्मक कारणों को गिनाते हुये कहा कि मुद्रास्फीति की काफी उंची दर, क्षेत्रीय स्तर पर अपर्याप्त आंतरिक व्यापार और भ्रष्टाचार को गिनाया।

पिछड़े राज्यों के मुख्यमंत्रियों का विकास पर जोर की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यह देश के लिये अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा, ‘‘बिहार, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों को एक समय पिछड़ा प्रदेश माना जाता था लेकिन वर्तमान में ये राज्य अच्छा कर रहे हैं और उनका सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 10 प्रतिशत या उससे अधिक है। इन राज्यों के मुख्यमंत्री विकास के मामले में कुशल नेतृत्व का परिचय दे रहे हैं।’’ शर्मा ने कहा कि अब ज्यादा से ज्यादा मुख्यमंत्री यह मानने लगे हैं कि उनका फिर से चुना जाना विकास कार्यों पर निर्भर है जो एक अच्छा संकेत है। (एजेंसी)

First Published: Monday, March 11, 2013, 22:22

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