Last Updated: Thursday, May 17, 2012, 08:23
नई दिल्ली : राष्ट्रीय एयरलाइन एयर इंडिया बेशक भारी नकदी संकट से जूझ रही है पर इसके कई कर्मचारी वित्तीय और अन्य प्रकार की अनियमितताओं में शामिल पाए गए हैं। एयर इंडिया कर्मियों के खिलाफ सतर्कता जांच में कई तरह के मामले सामने आए हैं। सरकार ने कहा कि एयर इंडिया कर्मचारियों के चलते भारी वित्तीय घाटा हुआ है।
इनमें शराब और केवियर की चोरी से लेकर कंपनी में रहते हुए दूसरी एयरलाइंस के लिए विमान उड़ाना, बिल को बढ़ाचढ़ाकर दिखाना तथा उपस्थिति, ओवरटाइम और यात्रा भत्ते के गलत दावे करना शामिल है। एयर इंडिया के सतर्कता विभाग ने पिछले तीन साल में इस तरह के 161 मामलांे में कार्रवाई और जांच की है।
नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह ने संसद में एक सवाल के जवाब में ऐसे मामलों की जानकारी दी, जिनमें आरोपों की पुष्टि हो चुकी है। एक फ्लाइट पर्सर को सीवीसी की जांच के बाद बर्खास्त कर दिया गया। उसे इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सीमा शुल्क विभाग ने विमान से 372 शराब की छोटी बोतलें ले जाते पकड़ा। इसी तरह एक कैटरिंग अधिकारी को 20,200 रुपये की केवियर टिन के साथ पकड़ा गया। ये टिन एक चार्टर उड़ान से गायब हुए थे। यहां तक कि एक पायलट के खिलाफ भी उस समय के लिए वेतन तथा भत्तों का दावा करने का मामला सामने आया है, जब वह स्वास्थ्य की दृष्टि से फिट नहीं था।
एक अन्य पायलट के खिलाफ ‘दोहरे रोजगार’ का मामला सामने आया। उस पायलट ने एयर इंडिया में रहते हुए वातुनिया एयरवेज के लिए भी काम किया। कुछ पायलटों पर पात्र न होने के बावजूद उड़ान और अन्य भत्तों का दावा करने का आरोप है। अब एयर इंडिया के पायलट पिछले 10 दिन से हड़ताल पर हैं और इसकी वजह से एयरलाइन को 150 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, May 17, 2012, 21:53