Last Updated: Thursday, June 21, 2012, 22:40
नई दिल्ली : एयर इंडिया के मानव संसाधन समस्या का समाधान करने के लिए कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने यहां गुरुवार को धर्माधिकारी समिति की सिफारिशों को लागू करने के तरीकों की तलाश करने के लिए एक बैठक की। एयर इंडिया ने मंगलवार को समिति का गठन किया।
एयर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि समिति में विमानन कम्पनी के चार अधिकारी हैं और इसे मंगलवार को सूचीबद्ध किया गया। आज (गुरुवार) पहली बार इसकी बैठक हुई। अधिकरी के मुताबिक समिति के अध्यक्ष नासिर अली हैं, जो नागरिक उड्डयन मंत्रालय में एक निदेशक हैं और एयर इंडिया में विशेष प्रतिनियुक्ति पर तैनात अधिकारी हैं। अन्य तीन विमानन कम्पनी में निदेशक स्तर के अधिकारी हैं।
एक अन्य महत्वपूर्ण कदम के तौर पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर धर्माधिकारी समिति की रिपोर्ट प्रकाशित की। रिपोर्ट को अब तक गोपनीय रखा गया था और इसकी कुछ सिफारिशें ही एक जून को सार्वजनिक की गई थी। न्यायमूर्ति धर्माधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि समिति ने यह सिफारिश करना जरूरी समझा है कि अपने क्षेत्र में प्रतियोगिता में बने रहने के लिए एयर इंडिया को अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय उड्डयन उद्योग का मानक बरकरार रखना होगा।
सरकार ने एक जून को धर्माधिकारी समिति की रिपोर्ट पेश की थी। समिति का गठन एयर इंडिया के मानव संसाधन समस्याओं का समाधान खोजना था। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह ने तब एयर इंडिया और पुरानी विमानन कम्पनी इंडियन एयरलाइंस से सम्बंधित कर्मचारियों से वेतन और काम के घंटे में समानता का वादा किया था। उन्होंने कहा था कि प्रक्रिया 45 दिनों में शुरू होगी। एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस का पांच साल पहले विलय हो गया था, लेकिन उनके कर्मचारियों का शायद ही कोई विलय हुआ था।
मंत्रालय के लिए समिति की सिफारिश को लागू करना इतना महत्वपूर्ण था कि समिति क गठन के बाद 2011 में प्रोन्नति भी रोक दी गई थी। (एजेंसी)
First Published: Thursday, June 21, 2012, 22:40