Last Updated: Sunday, April 29, 2012, 14:27
नई दिल्ली : इस साल के पहले तीन महीनों में भारतीय शेयर बाजारों में भारी निवेश करने के बाद विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने अप्रैल माह में 777 करोड़ रुपए की निकासी की है। स्टैंडर्ड एंड पूअर्स द्वारा भारत की साख रेटिंग को स्थिर से नकारात्मक किए जाने के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों ने नवंबर, 2011 के बाद पहली बार शुद्ध निकासी की है।
बाजार नियामक सेबी के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, चालू माह में एफआईआई ने अभी तक शेयर बाजारों में 39,008 करोड़ रुपए का सकल निवेश किया है, जबकि इस दौरान उन्होंने 39,785 करोड़ रुपए के शेयर बेचे हैं। इस तरह उनकी शुद्ध निकासी 777 करोड़ रुपए की रही है।
बाजार विशेषज्ञों ने इस निकासी के कई कारण बताते हुए कहा कि इनमें से एक वजह सामान्य कर परिवर्जन निवारक नियम (गार) है, जिसकी घोषणा बजट में की गई है। उन विदेशी संस्थागत निवेशकों के लिए यह प्रस्ताव हताश करने वाला है, जिनके ग्राहकों ने भारतीय शेयर बाजार में निवेश के लिए पार्टिसिपेटरी नोट्स (पी-नोट्स) का इस्तेमाल किया है। विशेषज्ञों ने कहा कि इसके अलावा एसएंडपी द्वारा भारत के रेटिंग परिदृश्य को घटाने से भी एफआईआई के निवेश पर असर पड़ा है।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, April 29, 2012, 19:57