Last Updated: Sunday, July 21, 2013, 13:39

नई दिल्ली : रुपए की विनिमय दर में गिरावट को लेकर चिंता के बीच विदेशी निवेशकों ने भारतीय पूंजी बाजार से इस माह की शुरुआत से अबतक 17,000 करोड़ रुपए (करीब 3 अरब डॉलर) से अधिक निकाले हैं।
बाजार नियामक सेबी के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार बांड बाजार से 11,196 करोड़ रुपए (1.87 अरब डॉलर) तथा इक्विटी से 6,005 करोड़ रुपए (एक अरब डॉलर) निकाले गये।
इससे पहले, जून महीने में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बांड तथा इक्विटी से 44,162 करोड़ रुपये (7.5 अरब डॉलर) निकाले थे।
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार पूंजी बहिप्रवाह का कारण भारतीय रुपए की विनिमय दर में गिरावट है। रुपए में उतार-चढ़ाव से उनके मार्जिन पर असर पड़ रहा है जिसके कारण वे बाजार से निकल रहे हैं।
30 अप्रैल के बाद से डॉलर के मुकाबले रुपए के मूल्य में अबतक करीब 13 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है। 8 जुलाई को कारोबार के दौरान रुपए अबतक के निम्नतम स्तर 61.21 के स्तर पर चला गया था।
फेडरल रिजर्व के बयान के बाद वैश्विक बाजारों में भी उतार-चढ़ाव बना हुआ है। फेडरल रिजर्व ने कहा है कि अगर अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सुधार उम्मीद के अनुरूप रहता है तो वह इस वर्ष के अंत से हर महीने 85 अरब डॉलर के बांड खरीदने में कमी लाएगा।
सरकार तथा कारपोरेट बांड में अच्छे रिटर्न की पेशकश के कारण एफआईआई ने 2013 की शुरुआत से बांड में आक्रामक तरीके से निवेश किया। इस वर्ष जनवरी से मई के बीच 25,000 करोड़ रुपए का शुद्ध पूंजी प्रवाह हुआ।
बहरहाल, हाल में विदेशी निवेशकों की निकासी से बांड बाजार पर असर पड़ा है। इस साल, अबतक विदेशी निवेशकों ने बांड बाजार से शुद्ध रूप से 20,284 करोड़ रुपए निकाले हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, July 21, 2013, 13:39