Last Updated: Saturday, January 19, 2013, 15:48
नई दिल्ली : देश के प्रमुख वाणिज्य एवं उद्योग मंडल फिक्की ने वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) को शीघ्राति शीघ्र राजनीतिक सहमति की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा है कि इसके लागू होने से मौजूदा आर्थिक सुस्ती दूर करने में मदद मिलेगी सरकारों के राजस्व में भी सुधार होगा।
सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में दो प्रतिशत तक वृद्धि हो सकती है।
भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंडल महासंघ (फिक्की) की नवनियुक्त अध्यक्ष नैना लाल किदवई का मानना है कि जीएसटी अच्छी तरह लागू हो जाए तो सकल घरेलू उत्पाद में दो प्रति की वृद्धि हो सकती है।
फिक्की अध्यक्ष ने कहा,‘सभी दलों को सहमति से बढचढ कर जीएसटी लागू कराना चाहिए। यह देशहित में है, इससे जनता पर कर बोझ नहीं बढ़ेगा बल्कि कर अपवंचना पर अंकुश लगेगा और राजस्व वसूली में सुधार होगा।’
किदवई ने कहा कि जीएसटी आने से सकल घरेलू उत्पाद में डेढ़ से लेकर दो प्रतिशत तक वृद्धि होगी और सभी को इसका फायदा होगा। उन्होंने जीएसटी लगने से जनता पर कर का बोझ बढेने की आशंका को खारिज किया और कहा कि इससे राजस्व वसूली में सुधार होगा तथा राजकोषीय संतुलन कायम करने के प्रयासों में मदद मिलेगी।
वर्ष के दौरान राजकोषीय घाटे को 5.3 प्रतिशत के दायरे में रखने के भरसक प्रयास किये जा रहे हैं।
चालू वित्त वर्ष के दौरान देश दुनिया में सुस्त गतिविधियों के चलते भारत की आर्थिक वृद्धि दर घटकर छह प्रतिशत से नीचे रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। अप्रैल-मार्च 2011.12 में आर्थिक वृद्धि 6.5 प्रतिशत थी। (एजेंसी)
First Published: Saturday, January 19, 2013, 15:48