Last Updated: Tuesday, June 26, 2012, 22:08
भोपाल: रिजर्व बैंक द्वारा किये गये उपायों को नाकाफी बताते हुए भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन प्रतीप चौधरी ने कहा कि इससे गिरते रुपये को थामने में ज्यादा मदद नहीं मिलेगी।
चौधरी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि बेहतर होता कि सरकार शेयर बाजार को ध्यान में रखकर कोई कदम उठाती। उन्होंने बैंक द्वारा आयोजित कार्यक्रम के बाद कहा कि भारतीय स्टेट बैंक अगले पांच सालों में अपने सभी पांच सहायक बैंकों का अधिग्रहण कर लेगा। बैंक पिछले तीन साल में स्टेट बैंक आफ सौराष्ट्र और स्टेट बैंक आफ इंदौर का अधिग्रहण कर चुका है।
चौधरी ने कहा कि अधिग्रहण के लिये एक कार्य योजना बनाकर विलय को अंजाम दिया जायेगा। इसके तहत हर साल एक बैंक के अधिग्रहण की योजना है।
उन्होंने कहा कि विलय प्रक्रिया से सहयोगी बैंकों के कामकाज का संचालन अधिक आसान होगा और साथ ही ग्राहकों को मिलने वाली सहूलियते में भी वृद्धि होगी।
चौधरी ने बताया कि एसबीआई ने पुरानी दर पर होम लोन लेने वाले ग्राहकों के लिये विशेष योजना शुरु की है। इसके तहत ग्राहक एक फीसदी प्रोसेसिंग फीस भरकर अपना लोन नई दरों में शिफ्ट करा सकते हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 26, 2012, 22:08