Last Updated: Friday, January 6, 2012, 07:37
मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक ने स्वत: मंजूर मार्ग से कंपनियों के लिए विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांड के जरिये धन जुटाने की सालाना सीमा बढ़ाकर 75 करोड़ डालर कर दी है। इस मार्ग से धन जुटाने के लिए पूर्व मंजूरी की जरूरत नहीं होती।
पहले यह सीमा 50 करोड़ डालर थी। इससे न केवल कंपनियां ज्यादा विदेशी फंड जुटा सकेंगी, बल्कि इससे विदेशी विनिमय का प्रवाह भी बढ़ेगा।
रिजर्व बैंक के परिपत्र में कहा गया है कि पात्र कंपनियां स्वत: मंजूर मार्ग से 75 करोड़ डालर का एफसीसीबी जुटा सकती हैं।
कुछ विशेष सेवा क्षेत्रों मसलन होटल, अस्पताल और साफ्टवेयर क्षेत्र की कंपनियां 20 करोड़ डालर का एफसीसीबी जुटा सकती हैं। इसके लिए शर्त यह होगी कि वे इस राशि का इस्तेमाल भूमि अधिग्रहण के लिए नहीं करेंगी।
पिछले साल सितंबर में भारतीय रिजर्व बैंक ने विदेशी वाणिज्यिक उधारी के नियमों में ढील दी थी। स्वत: मंजूर मार्ग से पांच साल की अवधि के ईसीबी की सीमा 50 करोड़ डालर से बढ़ाकर 75 करोड़ डालर की गई थी।
(एजेंसी)
First Published: Friday, January 6, 2012, 13:07