Last Updated: Wednesday, April 3, 2013, 20:03

नई दिल्ली : मुकेश व अनिल अंबानी की दूरसंचार कंपनियों के बीच आप्टिक फाइबर केबल के साझा इस्तेमाल को लेकर हुए समझौते को विशेषज्ञों ने दोनों भाइयों के लिए फायदे का सौदा बताया है। विश्लेषक के अनुसार यह समझौता व्यापार को लेकर इन दोनों भाइयों की तार्किक सोच को भी दिखाता है।
उल्लेखनीय है कि अंबानी बंधुओं ने दूरसंचार कारोबार के लिए मंगलवार को हाथ मिलाया। इस करार के तहत मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज की दूरसंचार इकाई चौथी पीढ़ी (4जी) की सेवाए शुरू करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर रिलायंस कम्युनिकेशंस के आप्टिकल फाइबर नेटवर्क का इस्तेमाल करेगी।
विश्लेषकों के अनुसार इस समझौते की घोषणा यह सिद्ध करती है कि मुकेश अंबानी की अगुवाई वाला रिलायंस इंडस्ट्रीज ग्रुप अपने दूरसंचार कारोबार के लिए देनदारी कम रखें वाली सोच अपनाएगा।
अनेक निवेश बैंकों ने अपनी अनुसंधान रपटों में बुधवार को इस सौदे की प्रशंसा की। इसमें कहा गया है कि नकदी भंडार पर बैठी रिलायंस इंडस्ट्रीज तथा ऋण संकट से दबी आरकॉम के लिए के लिए यह सौदा रणनीतिक है। विशेषकर दूरसंचार क्षेत्र के मौजूदा कठिन समय को देखते हुए यह सौदा बहुत मायने रखता है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 3, 2013, 20:03