Last Updated: Tuesday, December 11, 2012, 10:33

ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी
मुंबई/नई दिल्ली : अब आप नौकरीपेशा हैं तो सैलरी में थोड़ी और कटौती के लिए तैयार हो जाइए। लेकिन सैलरी में एक तरफ कटौती के बावजूद आपके पीएफ खाते में ज्यादा पैसा जमा होगा। इस तरह पीएफ में बचत बढ़ जाएगी।
श्रम और रोजगार मंत्रालय के अधीन आने वाले इम्पलाइज प्रोविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन (ईपीएफओ) ने हाल में एक नया सर्कुलर जारी किया है। जिसके अनुसार, अब इम्पलाइज (कर्मचारी) को मिलने वाले अलग-अलग एलाऊंस (भत्तों) को बेसिक सैलरी (तनख्वाह) से जोड़कर उस पर पीएफ काटा जाएगा। इस तरह जो सैलरी आप के हाथ में हर माह के अंत में आती है, उसमें कटौती तो होगी, लेकिन दूसरी तरफ आपके पीएफ खाते में आपके साथ-साथ कंपनी की तरफ से इस मद में दिया जाने वाला योगदान बढ़ जाएगा। इस तरह आपके खाते में बचत बढ़ जाएगी।
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, नए सर्कुलर के अनुसार सैलरी में कटौती होगी क्योंकि कर्मचारी को दिए जाने वाले भत्तों को बेसिक सैलरी में जोड़ा जाएगा और पीएफ योगदान का मूल्यांकन अब इस बढ़ी हुई सैलरी के आधार पर किया जाएगा।
गौर हो कि ईपीएफओ की मुंबई में इंटरनल रिव्यू मीटिंग हुई थी। इसके बाद 30 नवंबर को देशभर के सभी ईपीएफ ऑफिसों को यह सर्कुलर जारी किया गया। गौरतलब है कि अभी तक अधिकांश कंपनियां पीएफ योगदान बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते पर काटती हैं।
पीएफ अधिकारियों के अनुसार, कंपनियां कर्मचारी के पीएफ में अपना योगदान कम करने के लिए बेसिक सैलरी को कई हिस्सों में बांट देती हैं। सर्कुलर का मकसद कंपनियों की इस चाल पर लगाम लगाना है। अब कर्मचारी के पीएफ के लिए उसे नियमित तौर पर दिए जाने वाले भत्तों को उसके बेसिक सैलरी में जोड़ा जाएगा।
First Published: Tuesday, December 11, 2012, 10:33