अरबपतियों की जमात से विजय माल्या बाहर

अरबपतियों की जमात से विजय माल्या बाहर

अरबपतियों की जमात से विजय माल्या बाहरन्यूयॉर्क : शराब और विमानन कारोबार में शामिल चर्चित भारतीय उद्यमी विजय माल्या अरबपतियों की बिरादारी से बाहर हो गए हैं। माल्या की एयरलाइन किंगफिशर की बुरी हालत के चलते उनकी बाजार हैसियत एक अरब डॉलर से कम हो गई है। व्यवसायिक जगत की प्रतिष्ठित पत्रिका फोर्ब्स की भारतीय अमीरों की आज जारी सूची में माल्या का स्थान 73वां है जिनके पास 80 करोड़ डालर (करीब 4,285 करोड़ रुपए) की संपत्ति है जबकि पिछले साल उनके पास 1.1 अरब डॉलर की संपत्ति थी और वह 49वें स्थान पर थे।

हालांकि माल्या का स्थान जेट एयरवेज के नरेश गोयल से ऊपर है जिन्हें फोर्ब्स की सूची में 94वां स्थान मिला है और उनके पास 60 करोड़ डालर की संपत्ति है। पत्रिका ने कहा, ‘अच्छे वक्त के बादशाह माल्या के लिए हाल के दिनों में बुरे वक्त के अलावा कुछ नहीं है। उनकी किंगफिशर एयरलाइन्स के बारे में माना जाता है कि वह दो अरब डालर के ऋण में डूबी है और भारतीय नियामक की उड़ान से जुड़ी चिंता पर ध्यान देने में असमर्थ होने के कारण कंपनी का लाइसेंस मध्य अक्तूबर में निलंबित हो गया।’

सबसे बड़ी बात यह है कि विमानन कंपनी ने सात महीने से अपने कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया ओर अब वह तीन महीने के वेतन की पेशकश कर रही है लेकिन कर्मचारी ज्यादा समय के वेतन की मांग कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि माल्या सीधे तौर पर उनकी बात सुनें। अरबपतियों की सूची में फिर से शामिल होने वाले दवा कंपनी वोकहार्ड के हबील खोराकीवाला के नेटवर्थ में सर्वाधिक 1.8 अरब डालर की वृद्धि हुई। वहीं गौतम अदाणी को सर्वाधिक नुकसान हुआ और उनका नेटवर्थ करीब आधा घटकर 3.9 अरब डालर रह गया।

कुछ लोग धनाढ्यों की सूची से बाहर हुए हैं, उनमें लैंको इंफ्राटेक के मधुसूदन राव और बीजीआर एनर्जी के बी जी रघुपति तथा सुजलान के तुलसी तांती शामिल हैं। फोर्ब्स के अनुसार सूची में शामिल सबसे कम उम्र 40 वर्ष के रंजन पई हैं। पई ने शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत मणिपाल समूह को वैश्विक ब्रांड के रूप में स्थापित किया। पई 97.5 करोड़ डालर के नेटवर्थ के साथ सूची में 63वें पायदान पर हैं। इसके अलावा सूची में पांच महिलाएं जिसमें सावित्री जिंदल, इंदू जैन, अनु आगा, किरण मजुमदार शा तथा शोभना भरतिया शामिल हैं। (एजेंसी)

First Published: Thursday, October 25, 2012, 16:56

comments powered by Disqus