आगामी सप्ताह संसद पर रहेगी निवेशकों की नजर

आगामी सप्ताह संसद पर रहेगी निवेशकों की नजर

आगामी सप्ताह संसद पर रहेगी निवेशकों की नजरमुम्बई : आगामी कारोबारी सप्ताह में शेयर बाजार के निवेशकों का ध्यान वाहन कम्पनी, निजी बैंक, बीमा, पेंशन और खुदरा क्षेत्र की कम्पनियों के शेयरों पर रहेगा। वाहन कम्पनियों ने शनिवार एक दिसम्बर से अपने नवम्बर माह के बिक्री प्रदर्शन के आंकड़े जारी करने शुरू कर दिए हैं। शनिवार को टाटा मोटर्स, मारुति सुजुकी, ह्युंडई, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर और टीवीएस मोटर ने अपने आंकड़े जारी किए।

मल्टीब्रांड रिटेल कारोबार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को अनुमति देने के सरकार के फैसले पर चार और पांच दिसम्बर को लोकसभा में चर्चा होगी। चर्चा नियम 184 के तहत होगी, जिसमें मतदान का भी प्रावधान है। लेकिन यह मतदान सरकार के लिए बाध्यकारी नहीं है, इसका मतलब यह है कि सरकार के सामने अस्तित्व का खतरा नहीं है।

दिसम्बर 6 और 7 को भी इसी विषय पर राज्य सभा में बहस होगी। निवेशकों की नजर संसद में जारी बहस और मतदान पर लगी होगी। हालांकि गत सप्ताह शेयर बाजारों के प्रमुख सूचकांकों सेंसेक्स और निफ्टी में 4.5 फीसदी की शानदार उछाल से स्पष्ट है कि निवेशकों को आगे कोई निराशाजनक खबर मिलने की उम्मीद नहीं है। सरकार ने सितम्बर 2012 में बहु ब्रांड खुदरा कारोबार में 51 फीसदी एफडीआई को अनुमति देने का फैसला किया।

अगले सप्ताह निजी बैंकिंग शेयरों पर भी निवेशकों की नजर रहेगी। सरकार बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक 2011 सदन में पेश करने वाली है। इस विधेयक में निजी बैंकों में बड़े शेयर धारकों के मताधिकार को 10 फीसदी से बढ़ाकर 26 फीसदी किए जाने का प्रावधान है। इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि सरकार पहले इस विधेयक को संसद में पारित कराए उसके बाद ही वह नई कम्पनियों को बैंकिंग लाइसेंस देने पर विचार करेगा।

सरकार बीमा और पेंशन कारोबार में सुधार के लिए पेंशन और बीमा विधेयक भी सदन में पेश करने वाली है। बीमा विधेयक में एफडीआई सीमा को 26 फीसदी से बढ़ाकर 49 फीसदी किए जाने का प्रावधान है, जबकि पेंशन विधेयक में भी 49 फीसदी तक एफडीआई की अनुमति देने का प्रावधान है। (एजेंसी)

First Published: Sunday, December 2, 2012, 08:44

comments powered by Disqus