Last Updated: Monday, September 2, 2013, 19:11
नई दिल्ली : बुनियादी क्षेत्र में शामिल आठ उद्योगों की वृद्धि दर जुलाई में घटकर 3.1 प्रतिशत रह गई है। पिछले साल इसी महीने में यह 4.5 प्रतिशत थी। कच्चे तेल तथा प्राकृतिक गैस उत्पादन में कमी की वजह से बुनियादी उद्योगों की वृद्धि की रफ्तार घटी है। हालांकि, जून की तुलना में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर बढ़ी है। जून में बुनियादी उद्योगओं की वृद्धि दर सिर्फ 0.1 प्रतिशत रही थी।
आज जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में कच्चे तेल तथा प्राकृतिक गैस के उत्पादन में क्रमश: 2.3 प्रतिशत और 16.1 प्रतिशत की गिरावट आई। कुल औद्योगक उत्पादन में बुनियादी उद्योगों का हिस्सा 38 प्रतिशत का है। माह के दौरान पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादों का उत्पादन 5.1 प्रतिशत बढ़ा, जबकि जुलाई, 2012 में यह क्षेत्र 26 प्रतिशत की दर से बढ़ा था। वहीं इस्पात उत्पादन में 7 प्रतिशत और सीमेंट उत्पादन में 0.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
कोयला उत्पादन में इस दौरान 1.2 प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी हुई, जो पिछले साल 1.2 प्रतिशत की दर से बढ़ा था। इसी तरह बिजली उत्पादन की वृद्धि दर 5.2 प्रतिशत रही। जुलाई में उर्वरक उत्पादन 0.4 प्रतिशत बढ़ा। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से जुलाई की अवधि में आठ बुनियादी उद्योगांे की वृद्धि दर 1.9 प्रतिशत रही, जो पिछले साल समान अवधि में 6.3 प्रतिशत रही थी। वित्त वर्ष 2012-13 में बुनियादी उद्योग 3.9 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ा, जबकि इससे पिछले वित्त यह आंकड़ा 5 प्रतिशत का रहा था। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 2, 2013, 19:11