Last Updated: Thursday, March 15, 2012, 11:16
नई दिल्ली: संसद में शुक्रवार को पेश होने वाले आम बजट में आम आदमी और नौकरीपेशा वर्ग को कुछ राहत मिल सकती है। वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी व्यक्तिगत आयकर छूट सीमा को मौजूदा 1.80 लाख रुपये से बढ़ाकर दो लाख रुपये कर सकते हैं।
वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी शुक्रवार को संसद में 2012-13 का आम बजट पेश करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि वह आयकर स्लैब के दायरे में भी कुछ फेरबदल कर सकते हैं। संसद की वित्त संबंधी स्थायी समिति ने प्रत्यक्ष कर संहिता विधेयक पर दी गई अपनी सिफारिशों में भी इस बारे में कुछ सुझाव दिये हैं।
डीटीसी विधेयक में आयकर छूट सीमा को दो लाख रुपये किये जाने का प्रावधान है जबकि समिति ने इसे बढ़ाकर तीन लाख रुपये करने का सुझाव दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि वित्त मंत्री इस बजट में इसे दो लाख रुपये कर सकते हैं। 10 प्रतिशत, 20 और 30 प्रतिशत कर के आयवर्ग में भी कुछ फेरबदल हो सकता है।
वर्तमान में 1.80 लाख से पांच लाख रुपये तक सालाना आय पर 10 प्रतिशत कर लगता है, जबकि पांच से आठ लाख रुपये तक की आय पर 20 और आठ लाख रुपये से अधिक की आय पर 30 प्रतिशत कर लगता है। अगले बजट में इसमें मामूली फेरबदल कर दो से पांच लाख की आय पर 10 प्रतिशत, पांच से दस लाख की आय पर 20 प्रतिशत और 10 लाख से अधिक की आय पर 30 प्रतिशत किया जा सकता है।
आर्थिक विशेषज्ञों के अनुसार बढ़ते राजकोषीय घाटे और जटिल वैश्विक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुये वित्त मंत्री बजट में आय और व्यय के मोर्चे पर संतुलन के उपाय कर सकते हैं। कर अपवंचना रोकने और सब्सिडी के बेजा इस्तेमाल को रोकने की दिशा में कुछ ठोस पहल की जा सकती है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, March 16, 2012, 12:52