‘आर्थिक नरमी चिंता की बात नहीं’

‘आर्थिक नरमी चिंता की बात नहीं’

‘आर्थिक नरमी चिंता की बात नहीं’ मनमदुरै (तमिलनाडु) : भारत को चीन के बाद दूसरी सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बताते हुए वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने शनिवार को कहा कि लोगों को मौजूदा आर्थिक नरमी को लेकर चिंतित नहीं होना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि चालू वित्त वर्ष में देश छह प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल करेगा।

अपने लोकसभा क्षेत्र शिवगंगा स्थित छोटे से कस्बे मनमदुरै में इंडियन बैंक की 2110वीं शाखा का उद्घाटन करने के बाद चिदंबरम ने कहा, ‘लोगों को यह याद रखना चाहिए कि भारत चीन के बाद अब भी दूसरी सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला देश बना हुआ है। चीन की आर्थिक वृद्धि दर 10 प्रतिशत से घटकर 7 प्रतिशत पर आ गई है, जबकि हमारी वृद्धि दर नौ प्रतिशत से घटकर 5 प्रतिशत पर आ गई है।’

चिदंबरम ने कहा, ‘आर्थिक नरमी सभी देशों में है। जब दुनिया भर में आर्थिक गतिविधियों में सुस्ती छाई है और वृद्धि दर कमजोर पड़ी है तो भारत इससे अछूता नहीं रह सकता। यूरोपीय देश भी आर्थिक नरमी से प्रभावित हुए हैं।’ उन्होंने कहा कि मेक्सिको, ब्राजील सहित कई देश भारत से पीछे हैं।

चिदंबरम ने चालू वित्त वर्ष के दौरान छह प्रतिशत आर्थिक वृद्धि हासिल होने की उम्मीद जताते हुये कहा, ‘लोगों में विश्वास होना चाहिए। आत्मविश्वास और बैंक से रिण लेकर कृषि क्षेत्र, छोटे उद्योगों, आवास आदि में निवेश करना चाहिए। आपको उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद करनी चाहिए और नरमी को लेकर चिंतित नहीं होना चाहिए।’

पेट्रोलियम उत्पादों के दाम पर उन्होंने कहा कि कच्चे तेल का मूल्य 108 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचने की वजह से कीमतें बढ़ी हैं और कच्चा तेल 100 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आने पर ही पेट्रोल और डीजल के दामों में गिरावट का रुख दिखाई देगा।’
उल्लेखनीय है कि भारत अपनी तेल जरूरतों का 70 प्रतिशत तक आयात करता है और देश में ही कच्चा तेल एवं गैस खोजने के प्रयास किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘कभी-कभी वे कच्चे तेल का भंडार पता लगाने में सफल रहते हैं और कभी नहीं। इसमें भारी निवेश हजारों करोड़ रुपये के निवेश की जरूरत होती है।’ चिदंबरम ने कहा, ‘हमें पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटाने के लिए कच्चे तेल का आयात घटाकर 50 प्रतिशत पर लाना होगा।’

वित्त मंत्री ने कहा कि इस साल 8,000 से अधिक नई बैंक शाखाएं खोलने की योजना है। इससे 50,000 रोजगार के अवसर का सृजन होगा और साथ ही अर्थव्यवस्था को बढ़ने में मदद मिलेगी।

उन्होंने सुझाव दिया कि महिलाओं को स्वयं सहायता समूह बनाकर बैंक से ऋण लेना चाहिए और साहस दिखाते हुए नए उद्यम शुरू करने चाहए। इससे पहले, इंडियन बैंक के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक टी.एम. भसीन ने मंत्री एवं अन्य गणमान्य लोगों का स्वागत किया। (एजेंसी)

First Published: Saturday, July 27, 2013, 17:06

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