Last Updated: Monday, July 8, 2013, 19:19

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह औद्योगिक उत्पादन को गति देने के उपायों तथा चालू खाते के घाटे को नियंत्रित करने के उपायों पर चर्चा के लिये इस महीने के अंत में उद्योग जगत के प्रमुखों से मिलेंगे। आर्थिक वृद्धि में नरमी तथा रुपये की विनिमय दर में कमी के बीच प्रधानमंत्री उद्योगपतियों से मिल रहे हैं।
सिंह अर्थव्यवस्था की स्थिति की समीक्षा तथा वृद्धि को गति देने के उपाय निकालने के लिये उद्योगपतियों से 29 जुलाई को मिलेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से आज यहां जारी बयान के अनुसार बैठक में चालू खाते के घाटे को दुरूस्त करने तथा औद्योगिक वृद्धि को पटरी पर लाने के उपायों पर चर्चा शामिल होंगे। रुपये की विनिमय दर में गिरावट तथा इसका व्यापार तथा उद्योग पर प्रभाव पर भी चर्चा की जाएगी।
सरकार वृद्धि में नरमी तथा चालू खाते के उच्च घाटे तथा रुपये की विनिमय दर में गिरावट को लेकर चिंतित है। इस लिहाज से यह बैठक महत्वपूर्ण है। पिछले वित्त वर्ष में चालू खाते का घाटा 4.8 प्रतिशत रहा और सरकार ने चालू वित्त वर्ष में 4.2 प्रतिशत पर लाने का लक्ष्य रखा है।
वहीं डॉलर के मुकाबले रुपया 61.19 स्तर पर चला गया है जो अब तक की इसकी न्यूनतम विनियम दर है। सिंह कौशल विकास बढ़ाने के उपायों के अलावा दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा (डीएमआईसी), चेन्नई-बेंगलूर औद्योगिक गलियारा तथा अमृतसर-दिल्ली-कोलकाता औद्योगिक गलियारा के विकास पर भी चर्चा करेंगे।
एक महीने पहले ही प्रधानमंत्री ने रेल, बंदरगाह तथा बिजली क्षेत्र में सार्वजनिक-निजी भागीदारी आधारित परियोजनाओं में अगले छह महीने में 1.15 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा है। (एजेंसी)
First Published: Monday, July 8, 2013, 19:19