Last Updated: Wednesday, February 22, 2012, 07:57
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (पीएमईएसी) ने आगामी वित्त वर्ष 2012-13 में आर्थिक वृद्धि 7.5 से 8.0 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। परिषद ने यह भी कहा है कि अगर वैश्विक बाजार का माहौल सुधरा तो वृद्धि और ऊंची हो सकती है।
वर्ष 2011-12 की ‘अर्थव्यवस्था की समीक्षा’ रपट जारी करते हुए आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष रंगराजन ने कहा कि 2011-12 में आर्थिक वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत रहेगी जो केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) के 6.9 प्रतिशत के अनुमान से अधिक है। वर्ष 2008 में आयी मंदी से पहले देश की आर्थिक वृद्धि दर नौ प्रतिशत से उपर थी लेकिन उसके बाद 2008-09 में घटकर यह 6.7 प्रतिशत पर आ गयी। वित्त वर्ष 2010-11 में आर्थिक वृद्धि दर 8.4 प्रतिशत रही।
रंगराजन ने कहा कि सतत ऊंची आर्थिक वृद्धि दर हासिल करने के लिये प्रयास करने की जरूरत है। मुद्रास्फीति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह आगामी मार्च के अंत तक 6.5 प्रतिशत पर रहेगी और अगले वित्त वर्ष में 5 से 6 प्रतिशत रहने का अनुमान है। वर्ष 2011 में पूरे साल मुद्रास्फीति ऊंची बनी रही थी।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 22, 2012, 13:27