Last Updated: Monday, January 23, 2012, 12:37
नई दिल्ली : आर्थिक वृद्धि दर में गिरावट का खतरा बढ़ गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के अनुसार, वर्ष 2011-12 में आर्थिक वृद्धि 7.6 प्रतिशत के पहले के अनुमान से भी कम रह सकती है।
मुद्रास्फीति को लेकर भी चिंता बरकरार रहने की संभावना जताई गई है। मार्च अंत तक इसके सात प्रतिशत रहने की संभावना है। रिजर्व बैंक के पेशेवर भविष्यवक्ताओं के सर्वेक्षण में 2011-12 के दौरान आर्थिक वृद्धि 7 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
रिजर्व बैंक का कहना है कि अगले वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे पर अंकुश रखने के लिए प्रत्यक्ष कर संहिता और वस्तु एवं सेवाकर जैसे कर सुधार जरुरी है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, January 23, 2012, 18:09