Last Updated: Thursday, March 15, 2012, 09:15
नई दिल्ली : लोकसभा में गुरुवार को पेश वित्त वर्ष 2011-12 के आर्थिक सर्वेक्षण में वैश्विक बाजार में तेल की बढ़ती कीमतों और अमेरिका व यूरोप की अर्थव्यवस्था में सुस्ती जैसी प्रतिकूल परिस्थितियों के बीच अगले वित्त वर्ष में घरेलू अर्थव्यवस्था की स्थिति बेहतर होने की उम्मीद जताई गई है। चालू वित्त वर्ष में विकास दर 6.9 फीसदी तक लुढ़कने के अनुमान के बीच सर्वेक्षण में अगले वित्त वर्ष में विकास दर 7.6 फीसदी और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल कीमतों में वृद्धि जैसे अनपेक्षित झटके नहीं लगने पर महंगाई दर 6.5 से सात प्रतिशत के बीच रहने की बात कही गई है।
केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी द्वारा पेश आर्थिक सर्वेक्षण में चालू वित्त वर्ष में कृषि व संबद्ध क्षेत्रों की विकास दर 2.5 प्रतिशत जबकि सेवा क्षेत्र के शानदार 9.4 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद जताई गई है। निर्यात में गिरावट के लिए यूरोप और अमेरिका के आर्थिक हालात को जिम्मेदार ठहराया गया है वहीं औद्योगिक विकास की दर चार से पांच फीसदी रहने की सम्भावना है।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि कीमतों में अनुकूल आधार प्रभाव और लगातार वैश्विक मंदी के कारण मार्च तक मुद्रास्फीति के 6.5 से सात प्रतिशत होने की सम्भावना है। और उसके बाद के महीनों में इसमें और गिरावट की आ सकती है, बशर्ते कि अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में तेल कीमतों में वृद्धि जैसे अनपेक्षित झटके न लगें। मौद्रिक नीति को चुस्त किए जाने तथा सरकार द्वारा अन्य उपायों को अपनाने के कारण 2012-13 के दौरान मुद्रास्फीति में और कमी आ सकती है।
सर्वेक्षण के मुताबिक उच्च कृषि उत्पादन से केंद्रीय भंडारों में खाद्यानों की स्थिति में वृद्धि दर्ज की गई है। एक फरवरी, 2012 को कुल खाद्यान भंडार 5.52 करोड़ टन था। इसमें कहा गया है कि सेवा क्षेत्र की बदौलत देश वैश्विक मंदी की चपेट में आने से बचने में कुछ हद तक ही सही कामयाब रहा। वर्ष 2010-11 के दौरान इसमें 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी, जबकि मौजूदा वित्त वर्ष में यह 9.4 प्रतिशत की दर से बढ़ा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में औद्योगिक क्षेत्र का योगदान 26 प्रतिशत है। लेकिन वैश्विक आर्थिक मंदी के दौर में विकास दर बनाए रखने में सेवा क्षेत्र से काफी मदद मिली। इसमें कहा गया है कि यूरोपीय तथा उत्तरी अमेरिका के देशों में आर्थिक अस्थिरता के बावजूद सेवा एवं कृषि क्षेत्र में तेज विकास दर्ज की गई।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, March 15, 2012, 20:49