Last Updated: Sunday, February 3, 2013, 13:18
नई दिल्ली : भारत तुर्की के बैंक के जरिए ईरान से आयातित कच्चे तेल के भुगतान के लिए 18 महीने पुरानी व्यवस्था इस सप्ताह समाप्त करेगा। ईरान के खिलाफ अमेरिका के नए प्रतिबंध के छह फरवरी से अमल में आने के बाद तुर्की के बैंक के जरिए भुगतान व्यवस्था को भारत बंद कर रहा है।
पेट्रोलियम मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘निश्चित रूप से हमें ईरान से आयातित माल के भुगतान के लिए किसी तीसरे देश के जरिए भुगतान की व्यवस्था छह फरवरी से बंद करनी होगी।’
भारत जुलाई, 2011 से खरीदे गए ईरानी तेल का 55 प्रतिशत का भुगतान अंकारा के जरिए कर रहा है। जबकि शेष राशि का भुगतान कोलकाता स्थित यूको बैंक के जरिए किया जा रहा है।
अधिकारी ने कहा कि यूरो में भुगतान बंद होने से भारत को ईरानी आयात का रुपए में भुगतान करना होगा।
अमेरिकी वित्त विभाग के नए प्रतिबंध के तहत तीसरे देश के बैंक आयातित देशों से तेल आय ईरान को हस्तांतरित नहीं कर सकेंगे। इसका मतलब है कि ईरान को उन देशों के स्थानीय बैंकों में अपनी तेल आय रखनी होगी जो उससे तेल खरीदेंगे। वह उस तेल आय का उपयोग उन तेल ग्राहकों से ‘स्वीकार्य’ सेवाएं और वस्तुएं खरीदने में करने में कर सकेगा। ऐसी वस्तुओं और सेवाओं में खाद्य वस्तुएं, दवा तथा स्वास्थ्य उपकरण शामिल हैं।
अधिकारी ने कहा,‘हमारे पास तुर्की के बैंक में 1.2 अरब डॉलर का अधिशेष है। यह सहमति वाले भाव पर दो महीने के कच्चे तेल खरीद के लिए पर्याप्त है। इसके तहत एक महीने में एक अरब डालर मूल्य की खरीद का 55 प्रतिशत भुगतान किया जाता है।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 3, 2013, 13:18