Last Updated: Monday, February 20, 2012, 08:27
वाशिंगटन : अमेरिकी विमानन उद्योग ने आयात-निर्यात, एक्जिम बैंक पर नुकसान में चल रही भारतीय राष्ट्रीय विमानन कंपनी को वित्तीय सहायता देने के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। उद्योग का आरोप है कि इससे अमेरिकी विमानन कंपनियों को नुकसान होगा।
पिछले सप्ताह शुक्रवार को अमेरिकी अदालत में दायर संशोधित याचिका में एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन आफ अमेरिका, डेल्टा एयर लाइन, और एयर लाइन पायलट्स एसोसिएशन इंटरनेशनल ने आरोप लगाया कि एक्जिम बैंक द्वारा एयर इंडिया को 3.4 अरब डालर की रिण गारंटी देने के फैसले से अमेरिकी विमानन कंपनियां और विशेष तौर पर डेल्टा बुरी तरह प्रभावित हुई है।
एक्जिम बैंक से एयरइंडिया को मिली रिण गारंटी से भारतीय राष्ट्रीय विमानन कंपनी को बोइंग से 30 विमान खरीदने में मदद मिलेगी। एक्जिम बैंक की वित्तीय सहायता के बगैर नुकसान में चल रही एयर इंडिया ये विमान नहीं खरीद सकती और न ही उन मार्गों पर इन विमानों का परिचालन कर पाती जहां उसकी अमेरिकी विमानन कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा है।
अदालत में पेश हलफनामे में कहा गया ‘इस गारंटी से एयर इंडिया को अमेरिका-भारत के बाजार में अपनी अतिरिक्त क्षमता पेश करने का मौका मिला और डेल्टा जैसी प्रतिस्पर्धी कंपनियों को दौड़ से बाहर करने का मौका मिला। एयर इंडिया को मिली रिण गारंटी के कारण ही डेल्टा को अक्तूबर 2008 में न्यूयार्क से मुंबई की उड़ान बंद करनी पड़ी।’
एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन आफ अमेरिका ने ओबामा प्रशासन की इस दलील को भी चुनौती दी जिसमें कहा गया कि एयर इंडिया जैसी विदेशी कंपनियों के आर्डर से अमेरिका में रोजगार के मौके पैदा हो रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 20, 2012, 13:58