एयर इंडिया इंजीनियरिंग, ग्राउंड हैंडलिंग के लिये दो यूनिट बनायेगी

एयर इंडिया इंजीनियरिंग, ग्राउंड हैंडलिंग के लिये दो यूनिट बनायेगी

एयर इंडिया इंजीनियरिंग, ग्राउंड हैंडलिंग के लिये दो यूनिट बनायेगीनई दिल्ली: सरकार ने एयर इंडिया की स्थिति में सुधार लाने के प्रयासों के तहत उसकी इंजीनियरिंग और ग्राउंड हैंडलिंग सेवाओं को अलग कर पूर्ण स्वामित्व वाली दो इकाइयां बनाने के लिये 768 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव को हरी झंडी दी गई। इसके तहत एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड और एयर इंडिया ट्रांसपोर्ट सेर्विसेज लिमिटेड, दो सहायक कंपनियां बनाई जायेंगी।

आधिकारिक प्रवक्ता ने बैठक के बाद इसकी जानकारी देते हुये कहा कि यह हरी झंडी दो साल बाद मिली है। एयर इंडिया निदेशक मंडल ने दो सहायक इकाइयों को बनाने को पहले ही मंजूरी दे दी थी और प्रस्ताव नागरिक उड्डयन मंत्रालय को मंत्रिमंडल की मंजूरी के लिये सौंप दिया था। मंत्रालय ने इस साल अप्रैल में ही इसे मंजूरी दे दी थी।

मंत्रिमंडल के आज के इस फैसले के बाद एयर इंडिया दोनों कंपनियों को संपत्तियों और कर्मचारियों को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरु कर देगी। इन दोनों कंपनियों का कामकाज अलग होगा। वर्तमान में भारतीय विमानन कंपनी को अपने ज्यादातर विमानों को मरम्मत अथवा जांच के लिये यूरोप और यहां तक कि दुबई और सिंगापुर तक भेजना पड़ता है।

एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड (एआईईएसएल) को 375 करोड़ रुपये की इक्विटी उपलब्ध करायेगी। यह इक्विटी तीन साल की अवधि में दी जायेगी। यह एयर इंडिया को सरकार से मिलने वाली इक्विटी सहायता पर आधारित होगा। इसमें एयर इंडिया के 7,000 कर्मचारी स्थानांतरित होंगे। ग्राउंड हैडंलिंग का कार्य करने वाली दूसरी कंपनी ‘एयर इंडिया ट्रांसपार्ट सर्विसेज लिमिटेड (एआईटीएसएल) को एयर इंडिया 12 साल में 393 करोड़ रुपये की इक्विटी उपलब्ध करायेगी। इसमें 12,000 कर्मचारी स्थानांतरित होंगे। माना जा रहा है कि इस नई कंपनी में इसी वित्त वर्ष से मुनाफा होने लगेगा। (एजेंसी)

First Published: Thursday, September 6, 2012, 23:15

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