Last Updated: Friday, March 15, 2013, 11:34
ज़ी न्यूज ब्यूरोनई दिल्ली: किसी भी देश में एयरपोर्ट की सुरक्षा बेहद संवेदनशील होती है और इस मामले में सभी देशों में खास एहतियात बरती जाती है। देश की राजधानी दिल्ली के एयरपोर्ट में भी इस बात की कवायद शुरू की जा रही है ताकी सुरक्षा के हर पहलुओं की बारीकि से जांच की जा सकें।
ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (बीसीएएस) ने पायलेट प्रोजेटक के तौर पर दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल 1डी पर ऐसी सुरक्षा की जांच शुरू की है। अब ब्यूरो इस पर काम कर रहा है कि भविष्य में यात्रियों को सुरक्षा जांच से गुजरने से पहले सभी धातु की वस्तुओं को हटाना पड़ेगा। इस सेक्यूरिटी चेक के दौरान मुसाफिरों को इस प्रक्रिया से गुजरना होगा ताकि इस बात को सुनिश्चित किया जा सके कि उनके बेल्ट और जूते में कुछ संहेदास्पद चीज तो नहीं।
ऐसा इसलिए किया जाएगा ताकी सुरक्षा जांच के दौरान लगने वाली लंबी कतारों को कम किया जा सके और सुरक्षा उपकरणों को सुधारा जा सके। भारतीय रीति-रिजावों और भावनाओं को ध्यान में रखते हुए बीसीएएस ने कहा है कि जूतों के लिए अलग ट्रे का इस्तेमाल किया जाएगा। गौरतलब है कि विदेशों में सामान के लिए बनाए गए कैबिन के साथ ही जूतों की ट्रे भी रखी जाती है।
गौरतलब है कि अमेरिका और कुछ यूरोपीयन देशों में हवाई जहाज में चढ़ने से पहले यात्रियों को चैकिंग के दौरान जूते और बेल्ट उतारने पड़ते हैं और यहीं प्रक्रिया अब भारत में भी अपनाई जाएगी।
First Published: Friday, March 15, 2013, 11:34