Last Updated: Thursday, January 5, 2012, 13:16
नई दिल्ली : देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को चालू वित्त वर्ष में सरकार से 6,000 करोड़ रुपये की पूंजी मिल सकती है। इससे बैंक को अपना परिचालन बढ़ाने में मदद मिलेगी।
एसबीआई के चेयरमैन प्रतीप चौधरी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि मुझे वित्त मंत्रालय से पुनर्पूंजीकरण के लिए पत्र मिला है।चालू वित्त वर्ष में यह राशि 5,000 से 6,000 करोड़ रुपये के बीच रहेगी।
सरकार पहले ही घोषणा कर चुकी है कि वह सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकांे को उचित मात्रा में पूंजी उपलब्ध कराने को लेकर प्रतिबद्ध है, जिससे टियर एक पूंजी को आठ प्रतिशत के स्तर पर रखा जा सके। चौधरी ने कहा कि एसबीआई में पूंजी डालने से बैंक की टियर एक पूंजी 9 प्रतिशत हो जाएगी। सितंबर, 2011 की स्थिति के अनुसार एसबीआई का पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर) 11.4 प्रतिशत पर था। पहली तिमाही के अंत तक टियर एक पूंजी 7.7 प्रतिशत पर थी।
सरकार की एसबीआई में 59.4 प्रतिशत हिस्सेदारी है। सरकार ने 2010-11 में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकांे में 20,157 करोड़ रुपये की पूंजी डाली थी। कुछ माह पहले एसबीआई ने राइट इश्यू के जरिये 20,000 करोड़ रुपये जुटाने का प्रस्ताव सौंपा था। अगले दो वित्त वर्ष में विकास योजनाओं के लिए बैंक को 20,000 करोड़ रुपये की दरकार है।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, January 5, 2012, 20:46