Last Updated: Thursday, November 8, 2012, 09:01

कोलकाता : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के फिर से राष्ट्रपति चुने जाने से कारोबारी संगठन फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) ने कहा कि इससे भारत-अमेरिका आर्थिक रिश्ता आगे बढ़ेगा लेकिन भारत के लिए एक मात्र चिंता की बात ओबामा की आउटसोर्सिग चिंता है।
फिक्की के अध्यक्ष आर.वी. कनोरिया ने यहां कहा कि मेरे खयाल से भारत-अमेरिका रणनीतिक और कारोबारी तथा आर्थिक रिश्ता उनके पुनर्निर्वाचन से निश्चित रूप से आगे जारी रहेगा।
चुनाव अभियान में हालांकि ओबामा ने भारत जैसे देशों को नौकरियों की आउटसोर्सिग की आलोचना की थी और कहा था कि अमेरिका को स्थानीय स्तर पर नौकरी का सृजन करने की जरूरत है। कनोरिया ने कहा कि चिंता की एक मात्र बात आउटसोर्सिंग पर उनकी सोच है। मेरा मानना है कि यह गलत धारणा है कि भारत को आउटसोर्सिंग से अमेरिका में नौकरी घटेगी। अनेक अध्ययनों से पता चल चुका है कि ऐसा नहीं होगा।
राष्ट्रपति चुनाव में मंगलवार को ओबामा ने रिपब्लिकन उम्मीदवार मिट रोमनी हो परास्त कर दिया है। कनोरिया ने कहा कि अन्य बातों में अमेरिका का रवैया काफी सकारात्मक है, चाहे वह भारत में निवेश की अमेरिका की इच्छा हो, भारत के साथ रणनीतिक सम्बंध बनाने की अमेरिका की इच्छा हो या कुछ और हो। उन्होंने कहा कि जहां तक भारतीय उद्योग की बात है तो आउटसोर्सिंग पर ओबामा का विचार एकमात्र चिंता का कारण है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, November 8, 2012, 09:01