Last Updated: Wednesday, October 12, 2011, 08:35
नई दिल्ली : विनिर्माण क्षेत्र के निराशाजनक प्रदर्शन और खनन उत्पादन में गिरावट के चलते अगस्त में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 4.1 प्रतिशत पर आ गई। इससे अर्थव्यवस्था में नरमी आने का संकेत मिलता है। पिछले साल अगस्त में औद्योगिक क्षेत्र की वृद्धि दर 4.5 प्रतिशत थी। हालांकि, चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अगस्त के दौरान औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 5.7 प्रतिशत रही जो बीते साल की इसी अवधि में 8.7 प्रतिशत थी।
इस बीच, इस साल जुलाई के लिए औद्योगिक वृद्धि दर संशोधित कर 3.8 प्रतिशत की गई है जो पहले अनुमानित 3.3 प्रतिशत थी। बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त, 2011 में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर महज 4.5 प्रतिशत रही जो बीते साल अगस्त में 4.7 प्रतिशत थी। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में विनिर्माण क्षेत्र 75 प्रतिशत से अधिक योगदान करता है। अगस्त, 2011 में खनन उत्पादन 3.4 प्रतिशत तक घट गया, जबकि बीते साल की इसी अवधि में खनन उत्पादन की वृद्धि दर 5.9 प्रतिशत थी।
समीक्षाधीन माह में मशीनरी बनाने वाले उद्योग की वृद्धि दर भी घटकर 3.9 प्रतिशत पर आ गई जबकि अगस्त, 2010 में इस क्षेत्र ने 4.7 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल की थी। हालांकि, समीक्षाधीन माह में बिजली उत्पादन की वृद्धि दर में सुधार दर्ज किया गया और यह 9.5 प्रतिशत रही। बीते साल अगस्त में बिजली क्षेत्र की वृद्धि दर महज एक प्रतशित थी
। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 12, 2011, 14:05