Last Updated: Wednesday, December 12, 2012, 19:28

नई दिल्ली: विनिर्माण, बिजली और पूंजीगत व उपभोक्ता उत्पाद क्षेत्र के अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन से अक्तूबर 2012 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक पर आधारित औद्योगिक वृद्धि दर 16 महीने के उच्चतम स्तर 8.2 फीसद पर पहुंच गयी। इन आंकड़ों से आने वाले महीनों में आर्थिक हालात में तेजी से सुधार की उम्मीद बढ़ी है। वित्त मंत्री चिदंबरम ने आईआईपी के ताजा आंकड़ों को उत्साहजनक बताया और कहा है कि यह अर्थव्यवस्था में नयी कोपले फूटने का संकेत है।
पिछले साल अक्तूबर में औद्योगिक उत्पादन में पांच फीसद संकुचन हुआ था जबकि अक्तूबर, 2011 में औद्योगिक वृद्धि दर 9.5 फीसद थी।
आज यहां जारी आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से अक्तूबर औद्योगिक दर 1.2 फीसद रही जो पिछले साल इस दौरान 3.6 फीसद थी। संशोधित आंकड़ों के अनुसार सितंबर,12 में औद्योगिक उत्पादन में गिरावट को संशोधित कर 0.7 फीसद कर दिया गया है जबकि पहले यह गिरावट 0.4 फीसद बतायी गयी थी।
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में 75 फीसद भारांक रखने वाले विनिर्माण क्षेत्र ने इस बार अक्तूबर के दौरान 9.6 फीसद वृद्धि दर्ज की। पिछले साल इसी माह इस क्षेत्र का उत्पादन छह फीसद घटा था।
उद्योग मंडल सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि आईआईपी में इस आकषर्क वृद्धि में पिछले साल के निम्न तुलनात्मक आधार का योगदान है। उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक को अगामी जनवरी में नीतिगत ब्याज दर घटानी चाहिए क्योंकि भारत में ब्याज दरें सबसे उंची हैं।
औद्योगिक आंकड़ों के कुल मिला कर अच्छा दिखने वाले सुधार के बावजूद अभी अनेक महत्वपूर्ण औद्योगिक क्षेत्रों में इस वर्ष अप्रैल-अक्तूबर अवधि में वृद्धि एक फीसद तक चिपकी रही। 2011-12 की समान अवधि में इन क्षेत्रों में 3.8 फीसद की वृद्धि दर्ज हुई थी।
पूंजीगत उत्पाद क्षेत्र का उत्पादन इस बार अक्तूबर में 7.5 फीसद बढा जबकि अक्तूबर 2011 में यह 26.5 फीसद घटा था। हालांकि अप्रैल-अक्तूबर,12 में इस क्षेत्र का उत्पादन साल भर पहले से 11.4 फीसद घटा है। 2011-12 की समान अवधि में इसमें 0.5 फीसद की कमी आई थी।
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष सी रंगराजन के मुताबिक अक्तूबर का आईआईपी का आंकड़ा उम्मीद से कहीं अधिक है।
उन्होंने कहा कि 2012-13 की दूसरी छमाही में औद्योगिक वृद्धि दर करीब आठ से नौ फीसद की जरूरत है ताकि चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर करीब छह फीसद हो।
अक्तूबर में बिजली उत्पादन 5.5 फीसद बढ़ा जबकि पिछले साल के इसी महीने में यह इसमें 5.6 फीसद की बढ़ोतरी आई। अप्रैल -अक्तूबर की अवधि में बिजली उत्पादन 4.7 फीसद बढा जबकि पिछले साल की समान अवधि में इस क्षेत्र में वृद्धि 8.9 फीसद थी।
इस अक्तूबर में उपभोक्ता उत्पाद उद्योगों का प्रदर्शन भी अच्छा रहा और इसकी वृद्धि 13.2 रही । पिछले साल की समान अवधि में इस क्षेत्र की वृद्धि मात्र 0.1 फीसद थी। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से अक्तूबर की अवधि में उपभोक्ता उत्पाद खंड की वृद्धि दर चार फीसद के पिछले साल के स्तर पर बनी रही। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 12, 2012, 19:28