Last Updated: Sunday, August 26, 2012, 22:21
कोलकाता : पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के समर्थन में रविवार को सामने आते हुए कहा कि किसी विकासशील दुनिया को विकसित करने के लिए प्रतिस्पर्धी और आक्रामक माहौल की जरूरत है।
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, व्यक्तिगत तौर पर मेरा मानना है कि भूमंडलीय विश्व में हमें अन्य देशों के साथ गठजोड़ एवं सहयोग करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भारत अभी 25 करोड़ टन खाद्यान्न का उत्पादन करता है जिसके चलते वह आत्मनिर्भर है। लेकिन यदि 40 करोड़ टन का उत्पादन होता है तो देश को इसे बाहर बेचना पड़ेगा। इसके लिए गठजोड़ एवं सहयोग की जरूरत पड़ेगी।
कलाम ने तमिलनाडु की कुडनकुलम परमाणु बिजली परियोजना के समर्थन में भी बोले। परमाणु बिजली विरोधी प्रदर्शनों के कारण इस परियोजना में विलंब हुआ है। उन्होंने कहा कि यह दुनिया के सबसे सुरक्षित परमाणु बिजली परियोजनाओं में शामिल हैं।
उन्होंने कहा, मैं जीवाश्म ईंधन के खिलाफ हूं जिससे बेहद प्रदूषण होता है। मैं परमाणु, सौर या पन बिजली के पक्ष में हूं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 26, 2012, 22:21