Last Updated: Saturday, February 25, 2012, 12:50
नई दिल्ली : वेदांता रिसोर्सेज ने भारत और विश्व के अपने समूचे कारोबार को मिलाकर एक कंपनी ‘सेसा स्टरलाइट’ के तहत लाने का आज प्रस्ताव किया। हालांकि, अफ्रीका स्थित तांबा खदान को इससे अलग ही रखा जाएगा। समूह के ढांचे को सरल बनाने के उद्देश्य से यह कदम उठाया जा रहा है। इससे नई कंपनी का प्राकृतिक संसाधनों के क्षेत्र में दुनिया की सात प्रमुख कंपनियों के बीच स्थान बन जाएगा।
वेदांता रिसोर्सेज के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि प्रस्तावित विलय 2012 के अंत तक पूरा होगा और इससे 1,000 करोड़ रुपए की सालाना बचत होगी। वैसे प्रस्तावित विलय नियामकों तथा शेयरधारकों की मंजूरी पर निर्भर है। इस एकीकृत योजना में स्टरलाइट का सेसा गोवा के साथ विलय शामिल है। यह विलय शेयरों की 5:3 के अनुपात में अदला-बदली रूप में होगी।
प्रबंधन का मानना है कि यह योजना सेसा गोवा, स्टरलाइट तथा वेदांता तीनों के लिए फायदेमंद होगा। इसके अलावा वेदांता अल्यूमीनियम तथा मद्रास अल्यूमीनियम कंपनी को सेसा स्टरलाइट में विलय किया जाएगा।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, February 25, 2012, 18:20