Last Updated: Wednesday, September 26, 2012, 18:56

बेंगलूर : विमानन क्षेत्र में एफडीआई नीति उदार बनाने की सरकार की पहल के बाद ऋण संकट से ग्रस्त किंगफिशर एयरलाइंस के चेयरमैन विजय माल्या ने आज कहा कि कंपनी विदेशी विमानन कंपनियों से बातचीत कर रही है। यहां यूबी समूह की वाषिर्क आम सभा के दौरान माल्या ने संवाददाताओं को बताया, हां, हम बातचीत कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने निजी और गोपनीयता का हवाला देते हुए अधिक ब्यौरा उपलब्ध कराने से मना कर दिया।
यह पूछे जाने पर कि नयी एफडीआई नीति कितनी लाभप्रद होगी, माल्या ने कहा कि इस पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी। उल्लेखनीय है कि सरकार ने विदेशी विमानन कंपनियों को घरेलू विमानन कंपनियों में हिस्सेदारी खरीदने की अनुमति दे दी है।
माल्या ने कहा, एफडीआई नीति की स्थिति रिपोर्ट के बारे में कहना जल्दबाजी होगी। सरकार में एक स्थापित एफडीआई मंजूरी प्रक्रिया है . मुझे लगता है कि यह सामान्य रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी विमानन कंपनी एसबीआई की अगुवाई वाले कंसोर्टियम के समक्ष प्रस्तुति देगी।
माल्या ने कहा, मैं यह पुष्टि कर सकता हूं कि कल बैठक होने जा रही है और हम प्रस्तुति देंगे। उल्लेखनीय है कि बैंकों ने किंगफिशर एयरलाइंस को करीब 7,000 करोड़ रुपये का ऋण दे रखा है जिसमें अकेले एसबीआई ने 1,500 करोड़ रुपये ऋण कंपनी को दिया हुआ है। एसबीआई चेयरमैन प्रतीप चौधरी ने हाल ही में उम्मीद जताई थी कि विमानन क्षेत्र में एफडीआई नियम उदार किए जाने के मद्देनजर माल्या कुछ ‘ठोस योजना’ लेकर सामने आएंगे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 26, 2012, 18:56