Last Updated: Tuesday, March 20, 2012, 11:23
ज़ी न्यूज ब्यूरो नई दिल्ली : किंगफिशर एयरलाइंस का संकट और गहरा गया है। किंगफिशर एयरलाइंस दस अप्रैल से अपनी सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद करेगा। मुंबई से कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिलहाल बंद हैं। जानकारी के अनुसार, दिल्ली–लंदन की उड़ानें दस अप्रैल के बाद बंद हो जाएंगी। यह उड़ानें कब तक बंद रहेंगी फिलहाल यह साफ नहीं है। इस बारे में कंपनी के अधिकारियों ने फिलहाल कुछ कहने से इनकार कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार खबर यह भी है कि किंगफिशर एयरलाइंस का उड़ान परमिट रद किया जा सकता है। नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कंपनी के चेयरमैन विजय माल्या से कंपनी की स्पष्ट तस्वीर पेश करने को कहा है, जिसके बाद माल्या आज डीजीसीए के अधिकारियों से मिलेंगे। किंगफिशर ने ग्रीष्मकालीन उड़ानों की सूची सोमवार को विमानन नियामक को सौंपी, इसमें 15 से 16 विमानों के साथ उड़ान संचालन की बात कही गई है।
एयरलाइंस ने पिछले महीने 28 विमानों की परिचालन सूची सौंपी थी। इस एविएशन कंपनी के पास न केवल विमानों की कमी है, बल्कि उनके पास रोजाना के संचालन के लिए धन की भी तंगी है। किंगफिशर विमानों की समय सारणी पूरी नहीं कर पा रही है। कंपनी पिछले चार-पांच महीने से अपने कर्मियों का वेतन भी नहीं दे पाई है।
कुछ दिनों पहले आईएटीए ने भी किंगफिशर एयरलाइंस को कुछ सुविधाओं से वंचित कर दिया था। सूत्रों के अनुसार, इस बात की संभावना है कि किंगफिशर बिना किसी हो-हल्ले के अपने विमान परिचालन को बंद कर दे। गौर हो कि किंगफिशर एयरलाइंस को फरवरी के अंत में डीजीसीए ने नोटिस जारी कर पूछा था कि उसका लाइसेंस क्यों न रद कर दिया जाए, क्योंकि कंपनी ने बिना पूर्वघोषणा के बड़े पैमाने पर उड़ानें रद कर दी थीं। पंद्रह दिन की अनिवार्य नोटिस अवधि पहले ही खत्म हो चुकी है।
First Published: Wednesday, March 21, 2012, 11:16