किंगफिशर के कर्मचारी फॉर्मूला वन ट्रैक का करेंगे घेराव!

किंगफिशर के कर्मचारी फॉर्मूला वन ट्रैक का करेंगे घेराव!

किंगफिशर के कर्मचारी फॉर्मूला वन ट्रैक का करेंगे घेराव! ज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो

नई दिल्‍ली : बीते माह से संकट में घिरी किंगफिशर एयरलाइंस की मुश्किलें थमती नहीं दिख रही हैं। कई महीनों से सैलरी न मिलने से परेशान एवं तंगहाल किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारी अब विजय माल्या को घेरने की रणनीति बना रहे है। कर्मचारियों की योजना अब ग्रेटर नोएडा में दो दिनों के बाद फॉर्मूला-वन ट्रैक को घेरने की है।

एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के मालिक विजय माल्या 26 अक्टूबर को दिल्ली आएंगे। गौर हो कि एयरलाइंस के कर्मचारियों को चार महीने के लिए वेतन भुगतान की यह अंतिम तारीख है। चूंकि माल्‍या फॉर्मूला-वन की रेस में शामिल हो सकते हैं, ऐसे में कर्मचारी ने वहां जाकर घेराव करने की तैयारी में जुट गए हैं। ज्ञात हो कि कर्मचारियों को सैलरी दिए जाने के मसले पर सवाल पूछे जाने पर माल्‍या इसे हमेशा टाल देते हैं। जबकि एयरलाइंस के कर्मचारी अपने मुद्दों को लेकर माल्या से सीधे बातचीत की मांग कर रहे है। लेकिन अब तक उन्‍हें ऐसा करने की अनुमति नहीं मिल पाई है। गौर हो कि कर्मचारी 26 अक्टूबर तक चार माह के वेतन की मांग कर रहे हैं।

इससे पहले किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारियों ने प्रबंधन की ताजा पेशकश को खारिज कर दिया और कुल बकाया वेतन में शुक्रवार से पहले एक मुश्त चार महीने की तनख्वाह देने की मांग की। एयरलाइन कर्मचारी सुभाष चंद्र मिश्र ने कहा कि मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय अग्रवाल का दावा पूरी तरह गलत है। सचाई यह है कि 90 प्रतिशत कर्मचारियों ने कंपनी की पेशकश ठुकरा दी है। हम 26 अक्तूबर तक चार महीने का वेतन देने की अपनी मांग पर कायम हैं। मिश्र दिल्ली में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं।

उन्होंने कंपनी के सीईओ के उस दावे को खारिज कर दिया कि अधिकतर कर्मचारी 26 अक्‍टूबर से पहले काम शुरू करने पर सहमत हैं। उन्होंने कहा कि जब दिल्ली, बेंगलूर तथा चेन्नई के कर्मचारियों ने प्रबंधन की पेशकश सिरे से ठुकरा दी तो वह कैसे दावा कर सकते हैं कि अधिकतर कर्मचरी काम पर लौटने को लेकर सहमति जताई है।

तीन महीने का वेतन देने को लेकर अग्रवाल द्वारा कर्मचारियों को लिखे मेल पर प्रतिक्रिया देते हुए एयरलाइन के दिल्ली स्थित इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों ने पत्र लिखकर प्रबंधन से मार्च 2012 से लेकर जून 2012 तक का वेतन 26 अक्तूबर तक देने को कहा है। कर्मचारियों की हड़ताल के कारण किंगफिशर सितंबर से उड़ानों का परिचालन नहीं कर पा रही है। इसके कारण कंपनी में तालाबंदी है। इसके फलस्वरूप विमानन नियामक डीजीसीए ने कंपनी का लाइसेंस निलंबित कर दिया।

कर्मचारी सात महीने से बकाया वेतन भुगतान की मांग कर रहे हैं। उन्होंने इसको लेकर आगामी फार्मूला वन मोटर रेस के दौरान विरोध प्रदर्शन की योजना बनायी हैं फार्मूला वन में किंगफिशर के प्रवर्तक विजय माल्या भी शामिल हैं। इससे पहले, संजय अग्रवाल ने कहा था कि हमें कई पत्र मिले हैं जिसमें आंशिक तालाबंदी के दौरान वेतन की स्थिति के बारे में पूछा गया है।

First Published: Thursday, October 25, 2012, 12:43

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