Last Updated: Thursday, February 16, 2012, 06:32
मुंबई: निजी क्षेत्र की किंगफिशर एयरलाइंस का 31 दिसंबर, 2011 को समाप्त तीसरी तिमाही का नुकसान बढ़कर 444.26 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। रुपये की कमजोरी तथा उंची ईंधन लागत की वजह से कंपनी का नुकसान भी बढ़ा है।
विजय माल्या की अगुवाई वाली किंगफिशर एयरलाइंस ऋण के बोझ से दबी है। कंपनी ने बंबई शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा है कि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसे 253.69 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। तिमाही के दौरान कंपनी की परिचालन आमदनी भी घटकर 1,342.32 करोड़ रुपये रह गई, जो पूर्व वित्त वर्ष की समान तिमाही मंके 1,583.43 करोड़ रुपये थी।
किंगफिशर ने बयान में कहा, ‘रुपये में भारी गिरावट तथा कच्चे तेल की उंचे दामों की वजह से यह तिमाही भारतीय विमानन उद्योग के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रही।’ किंगफिशर एयरलाइंस पर ऋण का बोझ बढ़कर 6,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, February 16, 2012, 12:02